पुलवामाः आतंकियों के साथ एनकाउंटर में मेजर समेत चार जवान शहीद, सर्च ऑपरेशन जारी
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के पिंगलान इलाके में आतंकियों के साथ एनकाउंटर में भारतीय सेना के मेजर सहित चार जवान शहीद हो गए।
यह एनकाउंटर देर रात साढ़े 12 बजे से शुरू हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि आतंकी मौके से फरार हो गए हैं।
इस एनकाउंटर में एक स्थानीय नागरिक की भी मौत हो गई, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया और लोगों ने सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया।
ट्विटर पोस्ट
घटनास्थल की तस्वीरें
Visuals: The 4 Army personnel including a Major, who were killed in action during encounter between terrorists and security forces, in Pinglan area of Pulwama district, belonged to 55 Rashtriya Rifles. #JammuAndKashmir (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/Wa2sxz3bzT
— ANI (@ANI) February 18, 2019
ऑपरेशन
पुलवामा हमले के मास्टरमाइंट के छिपे होने की सूचना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के मास्टरमांइड गाजी राशिद के इस इलाके में छिपे होने की सूचना मिली थी।
यह सूचना मिलने के बाद 55RR, CRPF और SOG के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया।
इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के ही हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद ने ही पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी।
शहीद जवान
इन जवानों ने दी शहादत
एनकाउंटर में शहीद हुए जवानों के नाम मेजर डीएस डोंडियाल, हेड कॉन्स्टेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह शामिल हैं। सभी शहीद 55 राष्ट्रीय राइफल्स (RR) का हिस्सा थे।
एनकाउंटर में एक जवान घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है।
फिलहाल इस पूरे इलाके को घेर लिया गया है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
इससे पहले 13 फरवरी को इसी इलाके में हुए एनकाउंटर में हिब्जुल का एक कमांडर मारा गया था।
CRPF पर हमला
गुरुवार को आतंकी हमले में शहीद हुए थे 40 जवान
बीते गुरुवार को पुलवामा के ही लेथपोरा में हुए आतंकी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे।
जम्मू से श्रीनगर जा रहे अर्धसैनिक बल के काफिले की बस में आतंकी ने विस्फोटकों से भरी हुई कार टकरा दी थी। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
इस हमले के बाद सरकार ने कड़ा रूख अपनाते हुए कहा कि सेना को इस हमले का बदला लेने की खुली छूट दी है।