
प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से लिया RSS का नाम, कांग्रेस बोली- खुश करने की कोशिश
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस की 79वीं वर्षगांठ पर दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रशंसा करके सबको चौंका दिया। उन्होंने RSS को 100 साल पूरे करने की बधाई देते हुए उसे दुनिया का सबसे बड़ा NGO बताया। इस पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रधानमंत्री लाल किले से RSS का नाम लेकर संगठन को खुश करना चाहते हैं।
आपत्ति
कांग्रेस ने क्या कहा?
जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, 'आज प्रधानमंत्री के भाषण का सबसे चिंताजनक पहलू लाल किले की प्राचीर से RSS का नाम लेना था, जो एक संवैधानिक, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य की भावना का खुला उल्लंघन है। यह अगले महीने उनके 75वें जन्मदिन से पहले संगठन को खुश करने की एक हताश कोशिश के अलावा और कुछ नहीं है। 4 जून, 2024 की घटनाओं के बाद से निर्णायक रूप से प्रधानमंत्री कमजोर पड़ चुके हैं।'
चिंता
मोहन भागवत की कृपा पर निर्भर हैं प्रधानमंत्री मोदी- रमेश
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, 'कमजोर प्रधानमंत्री अब पूरी तरह मोहन भागवत की कृपा पर निर्भर हैं, ताकि सितंबर के बाद उनका कार्यकाल का विस्तार हो सके। स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय अवसर का व्यक्तिगत और संगठनात्मक लाभ के लिए राजनीतिकरण हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए बेहद हानिकारक है। आज प्रधानमंत्री थके हुए लगे। जल्द ही वे रिटायर भी होंगे।' रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को झूठे वादों का पुलिंदा बताया है।
ट्विटर पोस्ट
कांग्रेस महासचिव की आपत्ति
लाल किले की प्राचीर से आज प्रधानमंत्री का भाषण बासी, पाखंडी, नीरस और चिंताजनक था।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 15, 2025
विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत और "सबका साथ, सबका विकास" जैसे वही दोहराए गए नारे साल-दर-साल सुने जा रहे हैं, लेकिन इनका कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। “मेड-इन-इंडिया” सेमीकंडक्टर चिप का वादा अनगिनत बार…
भाषण
मोदी ने RSS को लेकर क्या कहा था?
मोदी ने कहा था कि RSS का 100 साल की राष्ट्र सेवा का एक गौरवपूर्ण पृष्ठ है। सेवा, समर्पण, संगठन और अप्रतिम अनुशासन, ये जिसकी पहचान रही है, ऐसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का एक तरह से सबसे बड़ा NGO है। उन्होंने कहा कि सौ साल का समर्पण का उसका एक इतिहास है। उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को याद करते हुए कहा कि देश संगठन की इस यात्रा पर गर्व करता है और यह हमें प्रेरणा देता रहेगा।