बांग्लादेश: शेख हसीना के तख्तापलट की बनी थी योजना, मोहम्मद यूनुस ने मास्टरमाइंड का नाम बताया
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने स्वीकार किया कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाने में एक 'योजना और साजिश' शामिल थी। हाल ही में वे अमेरिका दौरा पर थे। इस दौरान उन्होंने 'क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव' कार्यक्रम में शिरकत की थी। यहां उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन सावधानीपूर्वक किए गए थे और ये संयोग नहीं था। उन्होंने छात्र नेता महफूज आलम का भी नाम लिया।
क्या बोले यूनुस?
बिल क्लिंटन की मौजूदगी में यूनुस ने मंच पर महफूज आलम को बुलाकर कहा, "पूरी क्रांति के पीछे यही (महफूज) थे। ये इससे इनकार करते हैं, लेकिन क्रांति के पीछे यही थे। ये अचानक हुई चीज नहीं थी। आंदोलन को बहुत अच्छे से डिजाइन किया गया था। लोगों को ये भी नहीं मालूम था कि नेता कौन हैं। ऐसे में आप किसी एक को पकड़कर ये नहीं कह सकते कि आंदोलन खत्म हो गया।"
यूनुस ने महफूज की तारीफ में क्या कहा?
यूनुस ने कहा, "ये किसी दूसरे युवा व्यक्ति की तरह ही दिखते हैं, लेकिन जब आप इनको काम करते देखेंगे, इनके भाषण सुनेंगे तो आप कांपने लगेंगे। अपनी लगन और भाषण से इन लोगों ने देश को हिलाकर रख दिया है। इन लोगों ने कहा कि आपको हमें मारना है तो मार दीजिए, लेकिन हम हार नहीं मानेंगे। जब ये बोलते हैं तो ये दुनिया के किसी भी युवा को प्रेरित कर सकते हैं। इनका स्वागत कीजिए।"
कौन हैं महफूज?
महफूज का जन्म 1995 में लक्ष्मीपुर जिले के रामगंज स्थित इच्छापुर गांव में हुआ था। उन्होंने चांदपुर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है। द डेली स्टार के मुताबिक, महफूज 2015-16 में ढाका विश्वविद्यालय के कानून विभाग के छात्र रहे हैं। वे छात्रों के साथ भेदभाव के खिलाफ शुरू किए गए अभियान से भी जुड़े रहे थे। यूनुस की अतंरिम सरकार में महफूज को विशेष सचिव नियुक्त किया गया है।
हसीना ने अमेरिका पर लगाए थे तख्तापलट के आरोप
अगस्त में शेख हसीना ने अमेरिका पर तख्तापलट के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था, "वे छात्रों के शवों पर चढ़कर सत्ता में आना चाहते थे, लेकिन मैंने इसकी अनुमति नहीं दी। मैंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मैं सत्ता में बनी रह सकती थी अगर मैंने सेंट मार्टिन द्वीप की संप्रभुता अमेरिका के सामने समर्पित कर दी होती और उसे बंगाल की खाड़ी में अपना प्रभुत्व स्थापित करने की अनुमति दे दी होती।"
तख्तापलट को लेकर शक के घेरे में अमेरिका
अवामी लीग के कुछ नेताओं ने भी सत्ता परिवर्तन के लिए मई में ढाका का दौरा करने वाले एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को जिम्मेदार ठहराया था। आरोप है कि अमेरिकी राजनयिक चीन के खिलाफ कदम उठाने के लिए हसीना पर दबाव डाल रहे थे। अमेरिकी विदेश विभाग ने बांग्लादेशी चुनावों को एकपक्षीय बताया था। पिछले साल रूस ने भी दावा किया था कि अमेरिका हसीना की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करेगा।