यूरोपीय देश फिर से शुरू करेंगे एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल, समीक्षा में पाई गई सुरक्षित
क्या है खबर?
यूरोपीय संघ (EU) के कई बड़े देश जल्द ही एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन का फिर से इस्तेमाल शुरू करेंगे। यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी (EMA) के वैक्सीन को सुरक्षित और प्रभावी बताने के बाद यह फैसला लिया गया है।
लाभार्थियों के खून में थक्के जमने की समस्या सामने आने के बाद इस वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन अब EMA ने कहा है कि वैक्सीन और खून के थक्के जमने में कोई संबंध नहीं है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
यूरोप के कई देशों में एस्ट्राजेनेका की कोरोन वैक्सीन के इस्तेमाल से लाभार्थियों के खून में थक्के जमने के मामले सामने आए हैं और इसके कारण बीते दिनों ऑस्ट्रिया की एक 49 वर्षीय नर्स की मौत भी हो गई थी।
इसके बाद सबसे पहले ऑस्ट्रिया और फिर डेनमार्क, स्वीडन, नॉर्वे, एस्टोनिया, लताविया, लिथुआनिया और लक्जमबर्ग समेत कई यूरोपीय देशों ने इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी और इसकी आपूर्ति को बंद कर दिया।
अन्य देश
सोमवार को जर्मनी समेत कई बड़े देशों ने भी लगाई रोक
इसके बाद सोमवार को यूरोप के तीन बड़े देशों- जर्मनी, इटली और फ्रांस- ने भी खून के थक्के जमने की समस्या के कारण एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। इनके बाद स्पेन, पुर्तगाल और स्लोवेनिया ने भी वैक्सीन का इस्तेमाल रोक दिया।
हालांकि WHO और EMA ने इन देशों से वैक्सीन का उपयोग जारी रखने की अपील की थी और EMA ने इसकी जांच के लिए एक समीक्षा समिति बनाई थी।
बयान
EMA ने कहा- जांच में सुरक्षित और प्रभावी पाई गई वैक्सीन
गुरूवार को इस समिति की रिपोर्ट साझा करते हुए EMA प्रमुख एमर कुक ने कहा कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की जांच में समिति इस वैज्ञानिक निष्कर्ष पर पहुंची है कि यह एक सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन है।
उन्होंने कहा, "समिति ने यह भी निष्कर्ष निकाला है कि वैक्सीन का खून के थक्के जमने का खतरा बढ़ने से कोई संबंध नहीं है।" हालांकि उन्होंने साफ किया कि एजेंसी थक्के की दुर्लभ समस्या होने की संभावना को पूरी तरह खारिज नहीं कर सकती।
जानकारी
इन देशों ने किया वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू करने का ऐलान
EMA की इस घोषणा के बाद जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, इटली, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल, लिथुआनिया, लताविया, स्लोवेनिया और बुल्गारिया ने ऐलान किया कि वे जल्द ही एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का फिर से इस्तेमाल शुरू करेंगे। हालांकि नॉर्वे और स्वीडन ने अभी ऐसा करने से इनकार कर दिया है।
दूसरा पक्ष
UK और भारत में बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उपयोग, लेकिन कोई समस्या नहीं
बता दें कि यूरोप में यूनाइटेड किंगडम (UK) में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का सबसे अधिक उपयोग किया गया है और यहां अब तक 1.2 करोड़ लोगों को ये वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
इस दौरान किसी भी तरह की कोई बड़ी समस्या नहीं देखने को मिली है और UK वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बता रहा है।
इसी तरह भारत में भी इस वैक्सीन की करोड़ों खुराकें लगाई जा चुकी हैं, लेकिन कोई खास समस्या देखने को नहीं मिली है।