इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने युद्ध विराम और गाजा बंधकों की रिहाई समझौते को मंजूरी दी
क्या है खबर?
इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने हमास के साथ चल रहे युद्ध विराम के समझौते को मंजूरी दे दी है, जिससे अब रविवार तक गाजा पट्टी में बंधकों की रिहाई का रास्ता साफा हो गया है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बताया कि नेतन्याहू को वार्ता दल द्वारा सूचित किया गया कि बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है।
बता दें, अभी समझौते को लेकर इजरायल में पूर्ण कैबिनेट बैठक होनी है।
बैठक
समझौते को मंजूरी देने को लेकर बेंजामिन नेतन्याहू का विरोध
इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने भले ही युद्ध विराम समझौते को हरी झंडी दे दी है, लेकिन नेतन्याहू को गठबंधन में कट्टरपंथी नेताओं की नाराजगी देखनी पड़ रही है। उन्होंने इसे हमास के आगे आत्मसमर्पण बताया है।
इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्वीर ने धमकी दी कि अगर समझौते को मंजूरी दी गई तो वह इस्तीफा दे देंगे । हालांकि, सरकार नहीं गिराएंगे।
कट्टरपंथी साथी वित्त मंत्री बेजालेल स्मोत्रिच ने भी इस्तीफे की धमकी दी है।
समझौता
गाजा में हैं कुल 98 बंधक
गाजा में एक तरफ लोग युद्ध विराम समझौते का जश्न मना रहे थे, दूसरी तरफ इजरायल की ओर से रात भर हमले किए गए।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, युद्धविराम समझौते की घोषणा के बाद से इजराइल के हमलों में कम से कम 81 लोगों की मौत हो चुकी है।
रविवार से लागू होने वाले समझौते के तहत अगले 6 सप्ताह में 33 बंधकों को रिहा किया जाना है। बदले में इजरायल सैकड़ों फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा।
समझौता
समझौते के तहत क्या होगा?
नवीनतम शांति प्रस्ताव के अनुसार, इजरायली सेना फिलाडेल्फिया कॉरिडोर पर अपनी उपस्थिति बनाए रखेगी, जो मिस्र-गाजा सीमा पर एक विवादित क्षेत्र है।
इजरायल अपनी सीमा पर गाजा के अंदर एक बफर जोन भी बनाए रखेगा। इसके अलावा, उत्तरी गाजा के निवासियों को भी अपने घरों में स्वतंत्र रूप से लौटने की अनुमति दी जाएगी।
हालांकि, एक इजरायली अधिकारी ने दावा किया कि समझौते के बाद भी अनिर्दिष्ट सुरक्षा व्यवस्था लागू रहेगी।
युद्ध
कैसे शुरू हुआ था इजरायल-हमास युद्ध?
7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने अचानक इजरायल पर हजारों रॉकेट दाग दिए थे। फिर हमास के आतंकियों ने जमीनी हमला भी किया।
हवाई-जमीनी हमले ने इजरायल को चौंका दिया, जिसे अब तक का घातक हमला माना जाता है। हमले में 1,200 से अधिक इजराइलियों की जान गई और सैकड़ों घायल हुए।
250 से अधिक लोग बंधक बनाए गए। इसके बदले में इजरायल ने गाजा और राफा पर हमले किए, जिसमें 46,000 से अधिक लोगों की जान गई।