इजरायल ने बेरूत और गाजा पर तेज किए हमले, 100 से अधिक लोगों की मौत
दक्षिणी हाइफा के कैसरिया में शनिवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को निशाना बनाने के उद्देश्य से उनके निजी आवास के पास किए गए ड्रोन विस्फोट हमले के बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई कर दी है। इजरायल रक्षा बल (IDF) ने बेरूत और गाजा पर अपने हमले तेज कर दिए। इसमें अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बेरूत और हमास के अधिकारियों ने मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई है।
IDF ने जारी किया बयान
IDF की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उसने प्रधानमंत्री नेतन्याहू की हत्या की कोशिश के प्रतिशोध में बेरूत और गाजा में हमास के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला करके हिजबुल्लाह के हथियार ठिकानों को निशाना बनाया है। बयान में कहा गया है कि शनिवार को उत्तरी गाजा के बेत लाहिया और जबालिया शहर में हिजबुल्लाह के ठिकानों के रूप में पहचाने गए कई घरों और बहुमंजिला आवासीय इमारतों पर हवाई हमले किए गए हैं।
हमास के अधिकारियों ने किया 100 से अधिक मौतों का दावा
हमास के अधिकारियों ने दावा किया कि इजरायल के हमलों में बेत लाहिया शहर में कम से कम 73 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। मृतकों में डॉक्टर्स भी शामिल हैं। इसी तरह जबालिया में नासर जंक्शन के पास हमलों में 33 से अधिक लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि हमलों में संचार और इंटरनेट सेवा बाधित हुई है। इससे बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
IDF ने मौतों के दावों को किया खारिज
हमास की ओर से किए गए बड़ी संख्या में मौतों के दावों को IDF ने खारिज कर दिया है। IDF के अनुसार, वह मृतकों और घायलों के आंकड़ों की जांच कर रहा है। हालांकि, हमास द्वारा प्रकाशित आंकड़े बड़ा-चढ़ाकर पेश किए गए हैं और उनकी सेना द्वारा प्राप्त प्रारंभिक आंकड़ों से मेल नहीं खाते हैं। हमास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमदर्दी हासिल करने के लिए मौतों की संख्या को जबरन बढ़ाकर पेश कर रहा है। IDF इसकी जांच कर रही है।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू की हत्या के लिए किया गया था ड्रोन हमला
बता दें कि हमास के मुखिया याह्या सिनवार के कुछ दिन बाद शनिवार को इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। उनके निजी आवास के पास 3 ड्रोन धमाके किए गए थे। हालांकि, इसमें कोई भी हताहत नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि हमले के वक्त नेतन्याहू और उनका परिवार घर पर नहीं था। इजरायल ने इसे प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश के रूप में लिया और जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।