फिर खारिज हुई नीरव मोदी की जमानत याचिका, कोर्ट ने कहा- सबूतों के साथ हुई छेड़छाड़
ब्रिटेन की अदालत ने लगातार चौथी बार प्रत्यर्पण केस में भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी की जमानत की अर्जी खारिज कर दी। अपने फैसले के दौरान UK हाई कोर्ट ने कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत है कि गवाहों के साथ हस्तक्षेप किया गया और सबूत मिटाने की कोशिश हुई। भारत में बैंकों को 13000 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाला नीरव मोदी अभी जेल में बंद है और उसके प्रत्यर्पण पर सुनवाई चल रही है।
कोर्ट ने कहा, आगे भी हो सकती है सबूत मिटाने की कोशिश
रॉयल कोर्ट्स ऑफ जस्टिस में अपना फैसला सुनाते हुए जज इंग्रिड सिमलर ने कहा कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि मामले में सूबतों को मिटाने और गवाहों के साथ हस्तक्षेप की कोशिश की गई है और ये आगे भी हो सकता है।
जज ने कहा, नीरव के पास काफी वित्तीय संसाधन
सुनवाई के दौरान नीरव के वकील ने कहा कि उसके पास UK से भागने का कोई कारण नहीं है क्योंकि यह न्याय के लिए सेफ हेवन है। इस पर जज सिमलर ने कहा, "नीरव के पास काफी वित्तीय संसाधन हैं। मेरे लिए यह जानना मुश्किल है कि UK सेफ हेवन कैसे है क्योंकि उसके खिलाफ यहां पहले कोई केस नहीं चला है। दुनिया में कई बेहतर जगहें हैं जहां भारतीय जांच एजेंसियों से बचने के लिए जाया जा सकता है।"
जमानत की राशि बढ़ाने को बताया बहुत धन होने का सबूत
नीरव मोदी ने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में अपनी तीसरी अर्जी में जमानत की राशि 50,000 पाउंड से बढ़ाकर 20 लाख पाउंड कर दी थी। हाई कोर्ट न्यायाधीश सिमलर ने इसे नीरव के पास आर्थिक संसाधनों का गवाह माना। मामले में अगली नियमित रिमांड सुनवाई 27 जून को वेस्टमिंस्टर कोर्ट में होगी, जिसमें नीरव की रिमांड को 28 दिन और बढ़ाने की मांग की जाएगी। प्रत्यर्पण मामले में अगली सुनवाई 29 जुलाई को होगी।
नीरव ने मामा मेहुल चोकसी के साथ लगाया था बैंकों को चूना
बता दें कि हीरा व्यापारी नीरव और उसके मामा मेहुल चोकसी ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे कई बैंकों से कर्ज लिया था। उन्होंने बैकों को लगभग 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगाया। पिछले साल मार्च में मामले के खुलासे से पहले ही दोनों देश छोड़कर भाग गए थे। चोकसी ने एंटीगुआ और बरमूडा की नागरिकता ले ली है और वहां रह रहा है। इन दोनों और विजय माल्या के भागने पर केंद्र सरकार को विपक्ष ने जमकर घेरा था।
19 मार्च को गिरफ्तार हुआ था नीरव
लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने 13 मार्च को नीरव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसके बाद 19 मार्च को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले उसे लंदन की सड़कों पर घूमते देखा गया था और पाया गया था कि वह अभी भी हीरो का कारोबार कर रहा है। गिरफ्तारी के बाद वह 3 बार वेस्टमिंस्टर कोर्ट में जमानत की अर्जी दायर कर चुका है। उसके भारत प्रत्यर्पण में लंबा समय लग सकता है।