BHU: छात्रों के विरोध के बीच यूनिवर्सिटी छोड़ घर लौटे फिरोज खान
क्या है खबर?
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के संस्कृत विभाग में मुस्लिम टीचर की नियुक्ति का मामला सुर्खियों में बना हुआ है।
दरअसल, फिरोज खान को यूनिवर्सिटी के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान (SVDV) में दो सप्ताह पहले असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किया गया था।
इस नियुक्ति का कुछ छात्र विरोध कर रहे हैं। उनका तर्क है कि एक मुसलमान शिक्षक उन्हें संस्कृत नहीं पढ़ा सकता।
विरोध को देखते हुए फिरोज खान बुधवार को अपने गृहनगर जयपुर लौट आए हैं।
समर्थन
डॉक्टर फिरोज के समर्थन में उतरा छात्रों का एक धड़ा
इसी बीच यूनिवर्सिटी के छात्रों का एक धड़ा फिरोज खान के समर्थन में उतर आया है। छात्रों ने 'डॉक्टर फिरोज खान हम आपके साथ हैं' के बैनर लेकर यूनिवर्सिटी के लंका गेट से रविदास गेट तक मार्च किया।
यह मार्च ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले किया गया, जिसमें NSUI, यूथ फॉर स्वराज और AISA के सदस्य शामिल थे।
इन छात्रों के कहना था कि अगर यह मामला नहीं सुलझता है तो वो बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।
डाटा
यूनिवर्सिटी ने नियुक्ति की जायज ठहराया
इससे पहले छात्रों ने वाइस चांसलर राकेश भटनागर से मिलकर इस मुद्दे पर यूनिवर्सिटी का स्टैंड जाना था। यूनिवर्सिटी ने बताया कि डॉक्टर फिरोज खान की नियुक्ति में कुछ गलत नहीं है।
बयान
"गलत संदेश बाहर जा रहा"
NSUI के सदस्य और यूनिवर्सिटी से पीचएडी कर रहे विकास सिंह ने कहा, "इस मार्च के जरिए हम बताना चाहते हैं कि यूनिवर्सिटी में फिरोज खान का स्वागत है। उनकी नियुक्ति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्र संकीर्ण जातिवादी सोच का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध से एक संदेश जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के सभी छात्र फिरोज खान के खिलाफ हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि 10-20 छात्र यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व नहीं करते। इस मामले का हल होना चाहिए।
समर्थन
प्रोफेसर भी फिरोज खान के समर्थन में
SVDV के डीन विंधेश्वरी मिश्रा ने कहा कि वो नियुक्ति का विरोध कर रहे छात्रों के संपर्क में है। उन्होंने अगले 2-3 दिनों में इस मामले को सुलझा लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "हम समाधान ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे भरोसा है कि यह 2-3 में समाप्त हो जाएगा। मैं छात्रों से बात कर रहा हूं और मुझे लगता है कि उन्हें गुमराह किया है।"
यूनिवर्सिटी के कुछ प्रोफेसरों ने भी फिरोज खान की नियुक्ति का समर्थन किया है।
विरोध
यूनिवर्सिटी छोड़कर घर लौटे डॉक्टर फिरोज खान
मिश्रा ने कहा कि किसी को नहीं पता है कि फिरोज खान कहां है। वो यूनिवर्सिटी नहीं आ रहे हैं और उनका मोबाइल स्विच ऑफ है।
उन्होंने कहा, "मुझे उनके विभागाध्यक्ष ने बताया कि फिरोज यूनिवर्सिटी छोड़कर जयपुर चले गए हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। इन खबरों में सच्चाई नहीं है। उनके विभागाध्यक्ष ने मुझे बताया है कि वो अपने घर गए हैं।"
फिरोज खान
संस्कृत में PhD हैं फिरोज खान
अपनी नियुक्ति पर हुए विवाद से दुखी फिरोज खान ने उम्मीद जताई थी कि छात्र कक्षाओं में लौटेंगे।
उन्होंने कहा, "मैंने अपनी पूरी जिंदगी संस्कृत सीखी है और मुझे कभी यह अहसास नहीं हुआ कि मैं मुसलमान हूं, लेेकिन अब जब मैं पढ़ाना चाहता हूं तो यही सबसे बड़ा मुद्दा बन गया।"
बता दें, फिरोज खान ने शास्त्री, शिक्षा शास्त्री, आचार्य की पढ़ाई के साथ संस्कृत में PhD की है। उन्होंने NET और JRF की परीक्षाएं भी पास की हैं।