
इजराइल और ईरान के बीच कैसे हुआ युद्ध विराम और किसने निभाई मध्यस्थ की भूमिका?
क्या है खबर?
इजरायल और ईरान के बीच पिछले 12 दिनों से चल रहा संघर्ष मंगलवार को अचानक युद्ध विराम के साथ समाप्त हो गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच संपूर्ण युद्ध विराम की घोषणा की। बड़ी बात यह है कि उनकी घोषणा के बाद इजरायल और ईरान ने युद्ध विराम पर सहमति का बयान जारी कर दिया। इस बीच सभी के मन में बड़ा सवाल है कि यह अचानक कैसे हुआ और इसमें मध्यस्थ की भूमिका किसने निभाई।
घोषणा
ट्रंप ने कैसे की युद्ध विराम की घोषणा?
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा था, 'सभी को बधाई! इजरायल-ईरान के बीच पूरी तरह सहमति बन गई है कि 12 घंटों के लिए पूर्ण और संपूर्ण युद्ध विराम होगा (अब से 6 घंटे बाद, जब इजरायल-ईरान अपने अंतिम मिशनों को पूरा कर लेंगे!), जिसके बाद युद्ध समाप्त माना जाएगा! आधिकारिक तौर पर, ईरान और 12वें घंटे में इजरायल युद्ध विराम की शुरुआत करेगा। 24वें घंटे में 12 दिवसीय युद्ध के आधिकारिक अंत को दुनिया द्वारा सलामी दी जाएगी।'
जानकारी
ट्रंप ने युद्ध विराम शुरू होने के बाद फिर दिया संदेश
ट्रंप ने युद्ध विराम शुरू होने क बाद लिखा, 'युद्ध विराम अब प्रभावी है। कृपया इसका उल्लंघन न करें।' इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और ईरान ने भी युद्ध विराम पर सहमत होने की पुष्टि कर दी थी।
सवाल
इजरायल और ईरान युद्ध विराम पर कैसे पहुंचे?
संपूर्ण युद्ध विराम से अवगत एक अधिकारी ने रॉयटर्स से कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को दिन में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात कर युद्ध विराम पर चर्चा की थी। उस दौरान नेतन्याहू ने कहा था कि अगर ईरान हमले बंद कर देता है, तो वह इस पर सहमत है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि वह ईरान के खिलाफ अभी तक जारी अपना अभियान पूरा करने के बाद ही युद्ध विराम की घोषणा करेंगे।
भूमिका
ईरान को राजी करने में कतर की रही अहम भूमिका
राष्ट्रपति ट्रंप ने नेतन्याहू से रजामंदी मिलने के बाद तत्काल कतर के अमीर तमीम बिन हमद बिन खलीफा अल-थानी से बात की। ट्रंप ने बताया कि अमेरिका ने इजरायल को युद्ध विराम पर सहमत कर लिया है और अब ईरान को भी ऐसा करने पर राजी करने में कतर की मदद चाहिए। अमीर थानी के आश्वासन के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से संपर्क कर मामले से अवगत कराया।
वार्ता
कतर के प्रधानमंत्री ने की ईरान से बात
रिपोर्ट के अनुसार, उपराष्ट्रपति वेंस से चर्चा के बाद कतर के प्रधानमंत्री ने इजरायल से युद्ध विराम के लिए ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं से बात की और युद्ध से होने वाले दुष्परिणामों पर चर्चा की। इस दौरान अराघची ने कहा कि अगर, इजरायल इस पर तैयार है तो ईरान भी हमले बंद कर देगा। कतर और ईरान के बीच हुई चर्चा में वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राजनयिक स्टीवन विटकॉफ भी शामिल रहे।
श्रेय
राष्ट्रपति ट्रंप ने भी कतर के अमीर को दिया श्रेय
इस युद्ध विराम की सफलता के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने भी कतर के अमीर अल थानी को श्रेय दिया है। उन्होंने ट्रूथ सोशल पर लिखा, "मैं कतर के अत्यंत सम्मानित अमीर को क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए उनके द्वारा किए गए सभी कार्यों के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। इसी तरह कतर के प्रधानमंत्री रहमान अल थानी भी बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने तत्काल कदम उठाते हुए ईरानी पक्ष को ऐसा करने के लिए राजी किया।"
सफलता
कतर कैसे कुशल वार्ताकार बनकर उभरा?
यह पहली बार नहीं है कि कतर के अल-थानी परिवार द्वारा शासित राजशाही कतर, पश्चिम एशिया में कुशल वार्ताकार बनकर उभरा है। शक्तिशाली तेल समृद्ध राष्ट्र ने कई बार यह भूमिका निभाई है। जनवरी 2025 में कतर उन देशों में शामिल था जिसने इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम पर बातचीत में मदद की थी। कतर ने ही 7 अक्टूबर, 2023 के हमले के दौरान हमास को उसके कुछ बंधकों को रिहा करवाने में अहम भूमिका निभाई थी।
अन्य
इन गृह युद्धों में मदद कर चुका है कतर
कतर ने इससे पहले सूडान गृह युद्ध में दो बार संघर्ष विराम कराने में मदद की थी। उसने 2011 में 'दोहा समझौता' और साल 2020 में 'जुबा समझौता' कराया था। कतर ने 2020 में अमेरिका और तालिबान के बीच वार्ता को सुचारू बनाने में भी मदद की थी, जब अमेरिका वहां से बाहर निकलने पर विचार कर रहा था। इसी प्रकार, उसने इजरायल और लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के बीच बातचीत को सुगम बनाने में भी मदद की थी।