ऐप्स बैन पर चीन ने जताया विरोध, कहा- भारत को अपनी 'गलती' सुधारनी चाहिए
सीमा पर चीन की नापाक हरकतों को देखते हुए भारत उस पर लगातार आर्थिक हमले कर रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को भी भारत ने लोकप्रिय गेमिंग ऐप PUBG और 117 अन्य चाइनीज मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया। भारत की इस कार्रवाई से चीन बुरी तरह से बौखला गया है और गुरुवार को उसने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने कहा है कि भारत के कदम से चीनी कंपनियों के हितों और कानूनी अधिकारों का उल्लंघन हुआ है।
भारत ने की है भेदभावपूर्ण कार्रवाई- फेंग
न्यूज 18 के अनुसार चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने गुरुवार को कहा कि भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा की अवधारणा का दुरुपयोग किया है और चीनी कंपनियों के खिलाफ भेदभावपूर्ण कार्रवाई की है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है। उन्होंने कहा कि भारत की कार्रवाई चीनी निवेशकों और सेवा प्रदाताओं के कानूनी हितों का उल्लंघन करती है। ऐसे में भारत को इस पर गौर करते हुए अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए।
भारत ने अमेरिका में दबाव में आकर की कार्रवाई- फेंग
चीनी विदेशी मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यह भी आरोप लगाया है कि भारत ने यह कार्रवाई संयुक्त राज्य अमेरिका के दबाव में आकर की है। बता दें कि चुनयिंग ने चीनी प्रौद्योगिकी के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों को लेकर चेतावनी भी दी है।
इन प्रमुख ऐप्स पर भारत ने लगाया बैन
बता दें कि बुधवार को भारत ने PUBG सहित 118 चाइनीज मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया था। इनमें बायडू, सुपर क्लीन, वीचैट रीडिंग, गवर्नमेंट वीचैट, वीचैट वर्क, साइबर हंटर, चेस रश, PUBG मोबाइल, PUBG लाइट, लुडो वर्ल्ड, गेम ऑफ सुल्तांस, क्लीनर- फोन बूस्टर, सिक्योर एक्सप्लोरर, MV मास्टर, बाइक रेसिंग, लुडो ऑल स्टार आदि शामिल हैं। इनके अलावा Z कैमरा, गो कैमरा प्रो, अलीपे, VPN फॉर टिक-टॉक, आईपिक, AFK एरेना, सोल हंटर आदि को भी बैन किया गया है।
यूजर्स का डाटा दूसरे देशों में भेज रही थी बैन हुई ऐप्स- सरकार
सरकार की तरफ से जारी ऑर्डर में कहा गया है कि उसे लंबे समय से इन ऐप्स के गलत इस्तेमाल को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। ये ऐप्स यूजर्स का डाटा चुराकर विदेशों में स्थित सर्वर पर भेजती थीं, जो देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता था। ऑर्डर में आगे लिखा है कि गृह मंत्रालय समेत कई सांसदों ने भी इन ऐप्स भी कार्रवाई के लिए सूचना इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को लिखा था।
अब तक बैन की जा चुकी हैं 224 चाइनीज ऐप्स
बता दें कि भारत सरकार की ओर से अब तक कुल 224 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया है। सरकार ने गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद सबसे पहले टिक-टॉक सहित 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया था। इसके बाद दूसरे चरण में क्लोन के रूप से में चल रहे 47 चीनी ऐप्स पर बैन लगाया था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी कानून की धारा 69A के तहत की गई है।
पहले भी नाराजगी जता चुका है चीन
भारत की कार्रवाई को लेकर चीन द्वारा पहले भी नाराजगी जताई जा चुकी है। गत 28 जुलाई को भी चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा था कि भारत के इस कदम से चीनी कंपनियों के हितों और वैधानिक अधिकारों को नुकसान पहुंचा है।
CAIT ने की सरकार द्वारा की गई कार्रवाई की सराहना
भारत सरकार की ओर से चाइनीज ऐप्स पर की गई कार्रवाई से भले ही चीन और PUBG गेम के शौकीनों को झटका लगा हो, लेकिन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने इसकी खासी सराहना की है। CAIT का कहना है कि सरकार की यह कार्रवाई उनके द्वारा स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को लेकर चलाए जा रहे अभियान को और मजबूती देगी। इसके अलावा गेमिंग के शौकीन लोग भारतीय विकल्पों पर गौर करेंगे।