चीन ने उसके नागरिकों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य करने पर दी धमकी, जानें क्या कहा
क्या है खबर?
चीन ने कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के चलते कई देशों के उसके नागरिकों के प्रवेश पर पाबंदियां लगाने और कोविड टेस्ट अनिवार्य करने पर धमकी दी है। चीन ने कहा कि वह इसकी प्रतिक्रिया में जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
हाल ही में चीन में कोरोना वायरस के मामलों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी के चलते भारत और अमेरिका समेत अन्य कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य की है।
बयान
चीन ने क्या कहा?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, "कुछ देशों ने केवल चीनी यात्रियों को टारगेट करने के लिए उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। इसमें वैज्ञानिक आधार का अभाव है और कुछ दिशा-निर्देश अस्वीकार्य हैं। चीन भी पारस्परिकता के सिद्धांत के आधार पर जवाबी कार्रवाई कर सकता है।"
बता दें कि चीनी सरकार ने आधिकारिक तौर पर बिना लक्षण वाले संक्रमण के मामलों की जानकारी देना बंद कर दिया है।
जांच
भारत ने चीन के यात्रियों के लिए अनिवार्य की है नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट
बता दें कि भारत ने 1 जनवरी से चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है।
इन सभी छह देशों से आने वाले यात्रियों को अपनी नेगेटिव RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
यह RT-PCR टेस्ट हवाई यात्रा शुरू करने से 72 घंटे पहले या उसके अंदर करवाया गया होना चाहिए।
निर्देश
अन्य कौन से देश नेगेटिव रिपोर्ट कर चुके हैं अनिवार्य?
भारत के बाद फ्रांस, इटली, अमेरिका और जापान सहित अन्य कई देशों ने भी हाल ही में घोषणा की थी कि चीन से आने वाले यात्रियों को नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
कनाडा ने भी शनिवार को चीन से अपने यहां आने वाले यात्रियों के लिए नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी।
चीन में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामले देखते हुए मोरक्को ने भी चीन से आने वाले सभी यात्रियों पर प्रतिबंध लगा रखा है।
स्थिति
जीरो कोविड नीति हटने के बाद चीन में फैला संक्रमण
बता दें कि चीन में जीरो कोविड नीति को हटाए जाने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बड़ी तेजी से बढ़े हैं।
जीरो कोविड नीति लागू होने के कारण चीन में अधिक संक्रमण नहीं फैला और इसके चलते कई लोग संक्रमण से अछूते रहे और उनमें कोरोना वायरस के खिलाफ प्राकृतिक इम्युनिटी विकसित नहीं हो सकी।
इसी कारण चीन में जब भी संक्रमण का एक भी मामला आया तो उससे बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए।
संक्रमण
चीन में 13 जनवरी को चरम पर पहुंच सकते हैं मामले
लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस कंपनी एयरफिनिटी ने अपनी रिपोर्ट में चीन में जारी ताजा लहर के 13 जनवरी को चरम पर पहुंचने का अनुमान लगाया है और इस दिन देश में संक्रमण के 37 लाख मामले आ सकते हैं।
एयरफिनिटी ने आगे कहा था कि चीन में कोरोना वायरस संक्रमण की लहर का दूसरा चरम 3 मार्च को आ सकता है और तब एक दिन में 42 लाख मामले सामने आने की संभावना है।