भारत के साथ तनाव के बीच चीन से शुरू हुआ कनाडा का टकराव, जानिये मामला
क्या है खबर?
कनाडा का भारत के साथ विवाद अभी थमा नहीं है और अब उसका चीन के साथ टकराव सामने आ रहा है।
कनाडा ने चीन पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के ऊपर उड़ रहे उसके हेलीकॉप्टर को खतरे में डालने का आरोप लगाया है।
इस पर चीन ने कनाडा पर विवादित दक्षिण चीन सागर के ऊपर हवाई गश्त करने का आरोप लगाया है और उसके इरादों पर सवाल उठाए।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और कैसे शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप।
आरोप
कनाडा ने चीन पर उसके हेलिकॉप्टर को निशाना बनाने का लगाया था आरोप
कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर चीनी युद्धक विमानों पर दक्षिण चीन सागर में अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में हेलीकॉप्टर को टक्कर मारने और उस पर फायरिंग करने का आरोप लगाया था।
ब्लेयर ने कहा, "इन लड़ाकू विमानों ने कनाडा के हेलीकॉप्टर के बेहद करीब आकर इस पर फ्लेयर छोड़े थे, जिससे क्रू की जान खतरे में पड़ गई थी।"
उन्होंने कहा कि ओटावा का मानना है कि चीन के युद्धक विमानों की यह कार्रवाइ काफी असुरक्षित है।
पलटवार
चीन ने किया पलटवार
चीन ने पलटवार करते हुए दक्षिण चीन सागर में कनाडाई सैन्य हेलीकॉप्टर की उड़ान को दुर्भावनापूर्ण और भड़काऊ कृत्य करार दिया।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ज़ांग शाओगांग ने कहा, "चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने नौसेना और वायुसेना को अपने कानूनों तहत छानबीन करने को कहा और कई चेतावनियां जारी कीं, कनाडा के हेलीकॉप्टर ने कोई जवाब नहीं दिया। हेलिकॉप्टर ने कम ऊंचाई पर उड़ान भरने जैसा उकसाने का काम किया।"
संप्रभुता
चीन ने कनाडाई हेलिकॉप्टर की गतिविधि को अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन करार दिया
BBC की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी प्रवक्ता ने आगे कहा, "कनाडा की कार्रवाई ने चीन के घरेलू कानून और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। उसने चीन की संप्रभुता और सुरक्षा को खतरे में डाला है।"
उन्होंने कहा, "हम कनाडा सरकार से अपील करते हैं कि समुद्र और हवा में अपनी वायुसेना की गतिविधियों पर लगाम लगाए।"
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओटावा अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा इस अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग पर अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटा है।
टकराव
चीन और कनाडा में पिछले महीने ही हुआ था टकराव
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, 2 हफ्तों के अंदर यह दूसरा अवसर है, जब कनाडा ने चीन पर खतरनाक रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।
इससे पहले अक्टूबर में उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लागू होने की निगरानी करने वाले कनाडाई विमान को चीनी लड़ाकू विमान ने रोक दिया था।
कनाडा ने इस पर कहा था कि उसने संयुक्त राष्ट्र के अभियान के तहत उड़ान भरी थी।
दूसरी तरफ चीन ने इस उड़ान को संप्रभुता का उल्लंघन बताया था।
आक्रामक
अमेरिका भी लगा चुका है चीन पर खतरनाक रुख अपनाने का आरोप
अमेरिका भी चीन पर सैन्य स्तर पर खतरनाक रुख अपनाने का आरोप लगा चुका है।
मई में पेंटागन ने कहा था कि चीनी लड़ाकू विमान ने दक्षिण चीन सागर में अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में उड़ रहे अमेरिकी सेना विमान के पास आकर अनावश्यक तौर पर आक्रामकता दिखाई थी।
दरअसल, दक्षिण चीन सागर को चीन अपना इलाका मानता है और अपना रोब जमाता है। इस वजह से इस इलाके में स्थित देशों के साथ भी चीन की झड़प होती है।