पार्टीगेट मामले में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सांसद पद से दिया इस्तीफा
क्या है खबर?
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पार्टीगेट मामले पर संसदीय समिति की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से संसद की सदस्यता छोड़ दी है।
सांसदी छोड़ने की घोषणा करते हुए जॉनसन ने एक बयान में कहा, "मैंने झूठ नहीं बोला और मुझे विश्वास है कि समिति इस बात को जानती है।"
बता दें कि जॉनसन लंदन की अक्सब्रिज और दक्षिण रायस्लिप सीट से सांसद थे।
मामला
क्या है मामला?
दरअसल, जॉनसन पर आरोप है कि प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने लॉकडाउन के कड़े प्रतिबंधों के बावजूद 10 डाउनिंग स्ट्रीट (ब्रिटिश प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास) पर पार्टी की थी। यह पार्टी जॉनसन के जन्मदिन पर उनकी पत्नी ने आयोजित की थी।
इसमें ऋषि सुनक समेत कई नेता शामिल हुए थे।
आरोप है कि इस मामले में उन्होंने सही जानकारी न देकर ब्रिटिश संसद को गुमराह किया था। मामले की जांच एक विशेषाधिकार समिति कर रही है।
बयान
इस्तीफा देने के बाद क्या बोले जॉनसन?
जॉनसन ने इस्तीफा देते हुए समिति पर 'कंगारू कोर्ट' की तर्ज पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "मुझे मुट्ठी भर लोगों द्वारा मजबूर किया जा रहा है, उनके दावे का कोई सबूत नहीं है।
उन्होंने कहा कि समिति का शुरू ही से उद्देश्य तथ्यों की परवाह किए बिना उन्हें दोषी ठहराना है।
उन्होंने कहा, "मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ने का बहुत दुख है। मेयर और सांसद के रूप में लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मानजनक रहा।"
समिति
विशेषाधिकार समिति का क्या कहना है?
विशेषाधिकार समिति ने कहा कि जॉनसन ने ब्रिटिश संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाई।
समिति ने कहा कि उसने सभी समय प्रक्रियाओं और सदन के जनादेश का पालन किया और जांच रिपोर्ट जल्द जारी की जाएगी। समिति ने सोमवार को एक बैठक बुलाई है। इस विशेषाधिकार समिति का नेतृत्व लेबर पार्टी के सांसद हैरियट हरमन कर रहे हैं।
समिति ने इसी साल जॉनसन से इस मामले में पूछताछ भी की थी।
आरोप
आरोपों पर जॉनसन का क्या कहना है?
जॉनसन शुरुआत से ही अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते रहे हैं। उन्होंने पहले समिति को 52 पेज की एक फाइल सौंपी थी।
इसमें जॉनसन ने कहा था, "मैंने जानबूझकर या लापरवाही से संसद को गुमराह नहीं किया था। लॉकडाउन के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट में हुई पार्टियां जरूरी कार्यक्रम थे, इसलिए इसकी अनुमति दी गई थी।"
उन्होंने कहा कि पार्टी के दौरान सभी दिशानिर्देशों का पालन किया गया था और इसके अलावा जो आरोप हैं वो बेबुनियाद हैं।
जॉनसन
कौन हैं बोरिस जॉनसन?
19 जून, 1964 को जन्मे जॉनसन ने पत्रकारिता से अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की थी। वे लगातार 8 सालों तक लंदन के मेयर भी रहे हैं।
उन्होंने ब्रिटेन के विदेश मंत्री का पद भी संभाला। 2019 से 2022 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे हैं। इस दौरान उन्होंने ब्रेक्जिट की डील पर हस्ताक्षर किए थे।
हालांकि, अपनी ही पार्टी में बगावत होने और कई मामलों में जांच चलने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।