खतरनाक कैदियों के साथ इंग्लैंड की सबसे भीड़ वाली जेल में बंद है नीरव मोदी
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से धोखाधड़ी का आरोपी और भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार किया गया था। उसे इंग्लैंड की सबसे भीड़भाड़ वाली जेलों में से एक में रखा गया है। 48 वर्षीय मोदी को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। घोटाले को अंजाम देकर ब्रिटेन में रह रहे नीरव के खिलाफ वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने हाल ही में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। अदालत ने उसे 29 मार्च तक हिरासत में रखने का आदेश दिया है।
1,430 कैदियों के साथ बंद है नीरव
कयास लगाए जा रहे थे कि उसे अलग सेल मेंं रखा जाएगा, लेकिन उसे विक्टोरिया काल में बनी जेल में बाकी कैदियों के साथ रखा गया है। इस जेल में 1,430 पुरुष कैदी बंद है। जेल में ड्रग्स और दिमागी रूप से परेशान कैदियों के साथ बंद किया गया है। पिछले साल फरवरी-मार्च में इस जेल का निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण करने वाले अधिकारियों ने इस जेल को इंग्लैंड की सबसे ज्यादा भीड़ वाली जेल बताया था।
जेल में बंद हैं खतरनाक कैदी
निरीक्षण करने वाले अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि जेल की किसी भी सेल में जेल स्टाफ का अकेले जाना खतरे से खाली नहीं है। सेल को एक कैदी के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन इसमें दो कैदियों को रखा गया है।
ब्रिटेन के गृह मंत्री ने दी थी प्रत्यर्पण की मांग को मंजूरी
नीरव को भारत की प्रत्यर्पण की मांग के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जावेद ने नीरव के प्रत्यर्पण की भारत की मांग पर मुहर लगाई थी। उनकी मंजूरी को पिछले हफ्ते वेस्टमिनस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किया गया था, जिसने मंगलवार को नीरव के खिलाफ एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। वारंट जारी होने का मतलब है कि कोर्ट मानती है कि प्रत्यर्पण करने के लिए पर्याप्त आधार हैं।
अभी आसान नहीं हुई है प्रत्यर्पण की राह
नीरव की गिरफ्तारी का मतलब यह नहीं है कि उसे जल्द ही भारत लाया जा सकेगा। अभी प्रत्यर्पण की बड़ी प्रक्रिया का मात्र पहला चरण पूरा हुआ है और आगे भारत के लिए और भी बाधाएं हैं। भारत को ब्रिटेन की कोर्ट को यह साबित करना होगा कि नीरव भारत से घोटाला करके भागा है और उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए उसका भारत प्रत्यर्पण जरूरी है। इस दौरान नीरव को ब्रिटेन की उच्चतम अदालत तक अपील करने की इजाजत होगी।
फर्जी दस्तावेजों के जरिए नीरव ने लिया था कर्ज
बता दें कि हीरा व्यापारी नीरव और उसके मामा मेहुल चोकसी ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे कई बैंकों से कर्ज लिया था। उन्होंने बैकों को कुल 13,000 करोड़ रुपये का चूना लगाया। पिछले साल मार्च में मामले के खुलासे से पहले ही दोनों देश छोड़कर भाग गए थे। चोकसी ने एंटीगुआ और बरमूडा की नागरिकता ले ली है और वहां रह रहा है। इन दोनों और विजय माल्या के भागने पर केंद्र सरकार को विपक्ष ने जमकर घेरा था।