
कोरोना वायरस: ट्रायल के अंतिम चरण में पहुंची ये संभावित वैक्सीन, जल्द सामने होंगे नतीजे
क्या है खबर?
दुनियाभर की कई फार्मा कंपनियां लाखों जानें ले चुके खतरनाक कोरोना वायरस (COVID-19) की वैक्सीन बनाने में लगी हुई हैं।
कुछ कंपनियां अभी इंसानी ट्रायल के शुरुआती दौर में हैं तो कुछ इनसे आगे बढ़ते हुए अंतिम चरण में पहुंचने को पूरी तरह तैयार हैं।
इसे देखते हुए उम्मीद जगी है कि अगले कुछ महीनों में कोरोना वायरस की वैक्सीन लोगों तक पहुंच जाएगी।
आइये, इस रेस में आगे चल कंपनियों की संभावित वैक्सीन की स्थिति जानते हैं।
कोरोना वायरस
सबसे आगे चल रही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन
रेस में सबसे आगे चल रही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की संभावित वैक्सीन 'कोविशील्ड' तीसरे चरण में पहुंच गई है।
यूनिवर्सिटी का जेनर इंस्टीट्यूट इसे एस्ट्रेजेनेका के साथ मिलकर बना रहा है।
पिछले दिनों वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के नतीजे प्रकाशित हुए थे और इनमें पाया गया था कि वैक्सीन दोहरी सुरक्षा प्रदान करती है।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को भारत में इसके अंतिम चरण के ट्रायल के लिए मंजूरी मिल गई है।
ट्रायल
अंतिम चरण में पहुंच चुकी है मॉडर्ना की संभावित वैक्सीन
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना Sars-CoV-2 वायरस, जो COVID-19 फैलाता है, उससे बचाव के लिए mRNA-1273 वैक्सीन तैयार कर रही है।
कंपनी ने पिछले हफ्ते बताया था कि यह इंसानी ट्रायल के तीसरे चरण में पहुंच गई है और अमेरिका में लगभग 100 जगहों पर इसके ट्रायल जारी हैं।
मॉडर्ना ने मई में इसके दूसरे चरण के ट्रायल किए थे, जिनका नतीजा अभी सामने नहीं आया है।
शुरुआती चरण में यह संभावित वैक्सीन रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में कामयाब रही थी।
कोरोना वायरस
चीन की तीन संभावित वैक्सीन अंतिम चरण में
चीन के नेशनल फार्मा ग्रुप सिनोफार्म द्वारा तैयार की जा रही दो संभावित वैक्सीन तीसरे चरण में पहुंच गई है।
संयुक्त अरब अमीरात में 15,000 लोगों पर इनका ट्रायल चल रहा है।
सिनोफार्म को उम्मीद है कि इस ट्रायल के नतीजे तीन महीने में सामने आ जाएंगे और यह इसी साल लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है।
एक और चीनी कंपनी सिनोवैक ने भी तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है। यह ब्राजील में किया जा रहा है।
संभावित वैक्सीन
फाइजर को अक्टूबर तक नियामकीय मंजूरी मिलने की उम्मीद
एक और अमेरिकी कंपनी फाइजर जर्मन कंपनी बायोनटेक के साथ मिलकर कई संभावित वैक्सीन तैयार कर रही है।
इनमें से एक BNT162b2 साथ-साथ हो रहे दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल में प्रवेश कर गई है। दुनियाभर में 120 जगहों पर इस संभावित वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं।
फाइजर को उम्मीद है कि अक्टूबर तक उसे नियामक की मंजूरी मिल जाएगी।
शुरुआती चरण में यह वैक्सीन एंटीबॉडीज और रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में सफल रही थी।
संभावित वैक्सीन
अगले महीने तीसरा चरण शुरू करेगी नोवावैक्स
नोवावैक्स अपनी संभावित वैक्सीन NVX-CoV2373 के तीसरे चरण के ट्रायल अगले महीने शुरू करेगी।
शुरुआती ट्रायल में इस वैक्सीन ने कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए एंटीबॉडीज विकसित की थी।
कंपनी का दावा है कि यह वैक्सीन कोरोना से प्राकृतिक रूप से ठीक हुए लोगों के शरीर में पाई जाने वाली एंटीबॉडीज की तुलना में चार गुना एंटीबॉडीज विकसित करती है।
कंपनी ने वैक्सीन के उत्पादन और व्यावसायीकरण के लिए पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से हाथ मिलाया है।
कोरोना वायरस
विश्व में 1.9 करोड़ पहुंची संक्रमितों की संख्या
वैक्सीन के लंबे होते इंतजार के बीच विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, पूरी दुनिया में 1.9 करोड़ से ज्यादा लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 7.14 लाख की मौत हो चुकी है।
48.83 लाख संक्रमितों और 1.6 लाख मौतों के साथ अमेरिका इस वायरस से दुनिया का सबसे बुरी तरह प्रभावित देश बना हुआ है।
कोरोना वायरस
भारत में 20 लाख से ज्यादा मामले
भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते हुए 20 लाख से पार पहुंच गए हैं।
बीते दिन देश में रिकॉर्ड 62,538 मामले सामने आए और 886 मरीजों की मौत हुई। ये अब तक एक दिन में आए सबसे अधिक मामले और मौतें हैं।
पिछले कुछ दिनों से रोजाना 50,000 से ज्यादा नए मरीज मिल रहे हैं।
देश में अभी तक कुल 20,27,074 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 41,585 की मौत हो चुकी है।