
रंगीन टीवी के निर्यात पर लगी पाबंदी, क्या बढ़ जाएगी इनकी कीमत?
क्या है खबर?
भारत सरकार ने टेलीविजन के लिए नई आयात नीति का ऐलान किया है। इसमें कई तरह के टेलीविजन के आयात पर रोक लगा दी गई है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) द्वारा घोषित की गई इस नीति को घरेलू टीवी निर्मताओं को बढ़ावा देने के कदम के रूप में देखा जा रहा है।
अब विदेशों से टीवी लाने वाले निर्यातकों को प्रतिबंधित श्रेणी में निर्यात के लिए लाइसेंस की जरूरत होगी।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
आत्मनिर्भर भारत पर जोर दे रही सरकार
बीते कुछ समय से केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत पर जोर दे रही है। सरकार चाहती है कि सामानों को लेकर विदेशों खासकर चीन पर निर्भरता कम करने की जरूरत है। इसलिए आत्मनिर्भर भारत पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
निर्यात
2019-20 में निर्यात किए गए 5,843 करोड़ रुपये के टीवी
DGFT की अधिसूचना में कहा गया है कि रंगीन टीवी की निर्यात नीति अब मुक्त से प्रतिबंधित की जाती है। जब तक निर्यातकों के पास टीवी निर्यात करने की वैध वजह है, तब तक वो लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकेंगे।
आंकड़ों से पता चलता है कि 2019-20 में लगभग 5,843 करोड़ की कीमत के टीवी निर्यात किए थे।
इनमें से लगभग 3,200 करोड़ रुपये की कीमत के वियतनाम और लगभग 2,200 करोड़ रुपये के चीन से निर्यात किए गए।
जानकारी
घरेलू निर्माताओं को उठाना पड़ता है नुकसान
निर्यात किए गए टीवी में से कुछ ऐसे भी थे, जिनके ब्रांड या कंपनी के बारे में शायद ही कोई जानता होगा। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी बिकने वाले कई टीवी चीन या वियतनाम में बने होते हैं। इससे घरेलू निर्माताओं को नुकसान उठाना पड़ता है।
असर
आप पर किसी तरह का असर नहीं डालेगा फैसला
निर्यात नीति में बदलाव के बाद आप सोच रहे होंगे कि इससे आपके टीवी खरीदने के फैसले पर असर पड़ेगा।
दरअसल, इस फैसले से आपके लिए किसी तरह का बदलाव नहीं आएगा।
अधिकतर लोकप्रिय ब्रांड पहले से ही भारत में टीवी बना रहे हैं या असेंबल कर रहे हैं। इसलिए उन कंपनियों के टीवी के दामों में किसी तरह का बदलाव नहीं आएगा।
उदाहरण के लिए शाओमी के 85 प्रतिशत से अधिक Mi टीवी भारत में बने होते हैं।
निर्माण
कई बड़ी कंपनियां भारत में बना रही हैं टीवी
भारत में टीवी निर्माण बाजार को दो बड़े सेगमेंट में बांटा जा सकता है।
इनमें से एक सोनी, सैमसंग और LG जैसी कंपनियों के प्रीमियम टीवी की कैटेगरी है और दूसरी शाओमी, TCL, नोकिया और Vu जैसी कंपनियों के किफायती टीवी वाली कैटेगरी है।
वहीं वनप्लस अपनी एंट्री के साथ इन दोनों कैटेगरी में जगह बनाने की कोशिश कर रही है।
इनमें से सोनी, सैमसंग, LG और शाओमी पहले से ही भारत में टीवी का निर्माण कर रहे हैं।
सैमसंग
इस वजह से सैमसंग ने बंद कर दिया भारत में निर्माण
हालांकि, सैमसंग ने 2018 में भारत में टीवी का उत्पादन बंद कर दिया था।
दरअसल, सरकार ने ओपन सेल टीवी पैनल पर ड्यूटी लगा दी थी, जिस कारण उनकी कीमत बढ़ गई। इसके बाद सैमसंग ने वियतनाम से टीवी का निर्यात शुरू कर दिया।
कुछ समय बाद सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया और सैमसंग ने फिर से भारत में टीवी निर्माण का काम शुरू कर दिया।
ऐसे में यह भी अब 'मेड इन इंडिया' टीवी बेच रही है।