कनाडा: इस व्यक्ति ने 87 साल की उम्र में सफल किडनी प्रत्यारोपण कराया, बनाया विश्व रिकॉर्ड
कनाडा के रहने वाले भारतीय मूल के वाल्टर टौरो नामक एक व्यक्ति को गिनीज बुक ने आधिकारिक तौर पर दुनिया के सबसे उम्रदराज किडनी प्रत्यारोपण प्राप्तकर्ता के रूप में सम्मानित किया है। पिछले साल जून में जब वाल्टर ने किडनी प्रत्यारोपण करवाया था, तब वह 87 वर्ष 262 दिन के थे। अब 9 महीने के बाद भी वाल्टर की नई किडनी अच्छी तरह से काम कर रही है। आइए इस मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कई डॉक्टरों ने वाल्टर को किडनी प्रत्यारोपण करवाने के लिए किया मना
कई डॉक्टरों ने शुरू में वाल्टर को किडनी प्रत्यारोपण कराने के लिए मना कर दिया था क्योंकि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता था। हालांकि, एक हृदय रोग विशेषज्ञ और हेमेटोलॉजिस्ट द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद वाल्टर ने टोरंटो के सेंट माइकल अस्पताल में सर्जरी करवाई। सर्जरी सफल रही, लेकिन इसके बावजूद इस बात की कोई गारंटी नहीं थी कि वह इससे बच जाएंगे।
रोजाना डायलिसिस कराने के परेशान हो गई थे वाल्टर
वाल्टर के किडनी प्रत्यारोपण कराने का कारण था कि वह रोजाना डायलिसिस करवाकर परेशान हो गए थे। बता दें कि किडनी डायलिसिस उन लोगों के खून से अतिरिक्त पानी और विषाक्त पदार्थों को निकालने की प्रक्रिया है, जिनकी किडनी काम करना बंद कर देती है। अस्पताल की नर्स जेनिफर ने बताया कि जब उन्हें वाल्टर का रेफरल मिला तो उन्हें समझ आ गया कि किडनी प्रत्यारोपण के लिए उम्र मायने नहीं रखती है।
किसी गुमनाम मृतक से मिली वाल्टर को किडनी
गिनीज बुक की रिपोर्ट के मुताबिक, वाल्टर को जो किडनी मिली, वह एक गुमनाम मृत दाता की थी। वाल्टर ने बताया कि सर्जरी के बाद जब रिकवरी रूम में उनकी आंखें खुलीं तो उन्हें यह जानकर बहुत खुशी हुई कि उनका किडनी प्रत्यारोपण सफल रहा। हालांकि, सर्जरी के बाद कुछ समस्याएं भी आईं, जिसके कारण वाल्टर को 6 से 10 दिनों के लिए अस्पताल में दोबारा रहना पड़ा।
हाल ही में वाल्टर को आया दिल का दौरा
वाल्टर का कहना है कि उनकी नई किडनी एक अमूल्य उपहार है, जिसने उन्हें जीवन में दूसरा मौका दिया है। इसके अतिरिक्त अब उन्हें हर दिन किडनी डायलिसिस कराने से भी छुटकारा मिल गया है। हाल ही में वाल्टर को हल्का दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में वापस भर्ती कराया गया, जिससे उनके 2 सप्ताह के अंदर पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद है।