भारतीय व्यक्ति ने नानचाकू से सिर पर रखे 68 नारियल तोड़े, बनाया अनोखा विश्व रिकॉर्ड
क्या है खबर?
कर्नाटक के मुदुर में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने अनोखे कारनामे की वजह से एक बार फिर गिनीज बुक में अपना नाम शामिल कर लिया है। उसने ऐसा काम किया है, जो कोई आम व्यक्ति शायद ही कर सके।
इस व्यक्ति ने एक मिनट में नानचाकू की मदद से वॉलंटियर्स के सिर पर रखे गए सबसे ज्यादा नारियल तोड़ने का रिकॉर्ड बनाया है।
उसने ऐसे 68 नारियल तोड़ने के साथ ही अपना पिछला रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
रिकॉर्ड
इटली में बना यह अनोखा रिकॉर्ड
रिकॉर्ड बनाने वाले व्यक्ति का नाम केवी सैदालवी है और वो पेशे से मार्शल ऑर्टिस्ट हैं।
उन्होंने नानचाकू से 6 वॉलेंटियर्स के सिर पर रखे गए कुल 68 नारियल को तोड़कर यह अनोखा रिकॉर्ड बनाया है।
उन्होंने यह रिकॉर्ड इस साल की शुरुआत में इटली के मिलान में इटालियन टैलेंट शो पर बनाया है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने अब नारियल तोड़ने वाला सैदालवी का वीडियो एक्स पर साझा किया गया।
वीडियो
वॉलेंटियर्स नारियल रखते गए और सैदालवी उन्हें तोड़ते गए
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि स्टेज पर गोला बनाकर 6 वॉलेंटियर्स बैठे हुए हैं और सैदावली उनके बीच में खड़े हुए हैं।
समय शुरू होने पर सैदावली नानचाकू की मदद से एक के बाद एक वॉलेंटियर्स के सिर पर रखे हुए नारियलों को तोड़ते जाते हैं। नारियल टूटने पर वॉलेंटियर्स दूसरा नारियल अपने सिर पर रख लेते हैं।
बता दें कि तोड़े हुए नारियलों को बाद में खाने और तेल बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
प्रतिक्रिया
यूजर्स ने की सैदालवी समेत वॉलेंटियर्स के हौसले की तारीफ
वीडियो को देखकर यूजर्स सैदालवी के साथ-साथ उन वॉलेंटियर्स की भी तारीफ कर रहे हैं, जो बेखौफ होकर अपने सिर पर नारियल रखे हुए हैं।
एक यूजर ने लिखा, 'वॉलेंटियर्स को सैदालवी पर पूरा भरोसा है, तभी इतने आराम से बैठे हैं। अविश्वसनीय।'
दूसरे यूजर ने लिखा, 'सैदालवी के साथ-साथ वॉलेंटियर्स को भी इस रिकॉर्ड से सम्मानित किया जाना चाहिए।'
एक अन्य यूजर ने लिखा, 'अगर गलती से नारियल छूट जाता तो वॉलेंटियर्स की जान भी जा सकती थी।'
पिछला रिकॉर्ड
सैदालवी इससे पहले भी बना चुके हैं रिकॉर्ड
सैदालवी ने पिछले साल फरवरी में एक मिनट में कुल 42 नारियल तोड़ने का रिकॉर्ड बनाया था।
इस साल सैदालवी ने 26 नारियल ज्यादा तोड़कर अपना पिछला रिकॉर्ड ही तोड़ दिया है।
पिछली बार भी दर्शकों ने सैदालवी के साहस और कौशल की जमकर तारीफ की थी।
इसमें निपुण होने के लिए सैदालवी ने काफी मेहनत और अभ्यास किया, जिसकी वजह से दूसरों के लिए उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना बेहद मुश्किल हो गया है।