अमेरिका: 5 साल होटल में बिना किराया दिए रहा व्यक्ति, लोगों से वसूलता था रेंट
जब भी लोग यात्रा पर कहीं जाते हैं तो होटल में ही ठहरना पसंद करते हैं। आमतौर पर लोग एक हफ्ते, या ज्यादा से ज्यादा एक महीने तक ही होटलों में रुकते हैं, लेकिन अमेरिका में एक शख्स लगातार 5 सालों तक न्यूयॉर्क के एक होटल में ठहरा रहा। हैरान करने वाली बात ये है कि इस व्यक्ति ने इस अंतराल में कोई किराया तक नहीं भरा और वह दूसरों से किराया वसूलना चाह रहा था।
मिकी बैरेटो की हुई गिरफ्तारी
48 वर्षीय मिकी बैरेटो नामक यह व्यक्ति मैनहैट्टन के आर्ट डेको न्यूयॉर्कर होटल में 5 सालों से नि:शुल्क रह रहा था। एक स्थानीय कानून की मदद से वह ऐसा करने में सफल रहा। इस हफ्ते बुधवार को उसे पूरे होटल का मालिक होने का दावा करने की कोशिश और यहां तक कि एक अन्य किरायेदार से किराया वसूलने के बाद झूठे संपत्ति रिकॉर्ड दर्ज करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
5 साल पहले बॉयफ्रेंड संग होटल में रुकने आया था मिकी
मिकी पांच साल पहले अपने बॉयफ्रेंड के साथ इस होटल में रुकने आया था। उस वक्त उसने एक कमरे का करीब 16,600 रुपये किराया दिया था। मिकी ने बताया कि उसके बॉयफ्रेंड ने उसे एक ऐसे कानून के बारे में बताया था, जो 1969 से पहले निर्मित इमारतों में सिंगल रूम में रुकने वाले लोगों को 6 महीने की लीज देने की अनुमति देता है। जब मिकी ने होटल वालों से लीज मांगी तो उसे बाहर निकाल दिया गया।
मिकी ने होटल को कोर्ट में दी चुनौती
होटल से निकाले जाने के बाद भी मिकी ने हार नहीं मानी और अदालत पहुंच गया। उसने कहा, "मैं अगले दिन अदालत गया। जज ने इनकार कर दिया। मैंने उच्च न्यायालय में अर्जी दी और जीत ली।'' इसके बाद होटल को न चाहते हुए भी मिकी को कमरा देना पड़ा। वह तब से सालों तक बिना किराया दिए यहां रुका रहा। इसके बाद उसने जो कदम उठाया, वह और भी चौंकाने वाला है।
खुद को बताने लगा होटल का मालिक
साल 2019 में मिकी ने दावा किया कि वह इस होटल का मालिक है। उसने मौजूदा मालिकों से होटल का स्वामित्व छीनने के लिए झूठे संपत्ति रिकॉर्ड दर्ज करने की कोशिश की और इसके लिए शहर की एक वेबसाइट पर नकली समझौता पत्र अपलोड किया। मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन ब्रैग ने कहा, "जैसा कि आरोप लगाया गया है, मिकी बैरेटो ने बार-बार धोखाधड़ी से शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक न्यू यॉर्कर होटल के स्वामित्व का दावा किया।"
मिकी ने अपने किए पर पेश की सफाई
मिकी ने गिरफ्तारी के बाद सफाई पेश करते हुए कहा, "मेरा कभी कोई धोखाधड़ी करने का इरादा नहीं था। मुझे नहीं लगता कि मैंने कभी कोई धोखाधड़ी की है। मैंने इससे कभी एक पैसा भी नहीं कमाया।" मिकी ने तर्क दिया कि जब उसे होटल के कमरे का कब्जा दिया गया था, तब वह अप्रत्यक्ष रूप से पूरे होटल का मालिक बन गया था। उसका तर्क था कि इसके मालिकाना हक को विभाजित नहीं किया गया था।