
फ्रांस के पूर्व सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट की 2 पुश्तैनी पिस्तौल 15 करोड़ रुपये में हुईं नीलाम
क्या है खबर?
नेपोलियन बोनापार्ट फ्रांस के पूर्व सम्राट थे, जो फ्रांसीसी क्रांति के दौरान सुर्खियों में आए थे। उन्होंने 1796-1815 तक हुए क्रांतिकारी युद्धों और नेपोलियन युद्धों के दौरान पूरे यूरोप में सफल अभियानों की एक श्रृंखला का नेतृत्व किया था।
नेपोलियन की 2 पुश्तैनी पिस्तौल शनिवार को फ्रांस में नीलम हुई हैं। कहा जाता है कि उन्होंने कभी इन पिस्तौलों के जरिए अपनी जान लेने की कोशिश की थी।
आइए इन पिस्तौलों की नीलामी के विषय में विस्तार से जानते हैं।
नीलामी
पिस्तौलों के खरीदार की पहचान रखी गई है गुप्त
नेपोलियन द्वारा इस्तेमाल की गईं ये दोनों पिस्तौल 16.9 लाख यूरो (करीब 15 करोड़ रुपये) की कीमत पर नीलाम हुई हैं। इन्हें रविवार को पेरिस से कुछ दूर स्थित फॉनटेनब्लियू नामक शहर में नीलाम किया गया।
इन पिस्तौलों के खरीदार की पहचान गुप्त रखी गई है। इनकी नीलामी का आयोजन रॉसिनी और ओसेनैट नामक 2 नीलामी घरों ने मिलकर किया था।
18 जून को नीलामी की घोषणा की गई थी, जिसके बाद ये 7 जुलाई को बिकी हैं।
फ्रांसीसी सरकार
फ्रांसीसी सरकार ने लगाया इन पिस्तौलों के निर्यात पर प्रतिबंध
बिक्री से पहले फ्रांसीसी संस्कृति मंत्रालय के राष्ट्रीय खजाना आयोग ने दोनों पिस्तौलों को राष्ट्रीय खजाने के रूप में वर्गीकृत किया और उन पर निर्यात प्रतिबंध लगा दिया।
यह निर्णय सरकार की आधिकारिक पत्रिका में प्रकाशित भी किया गया था। 30 महीने की अवधि के दौरान फ्रांसीसी सरकार पिस्तौलों के नए मालिक के सामने इन्हें खरीदने का प्रस्ताव रख सकती है, जो इन्हें बेचने से इनकार कर सकता है।
हालांकि, फिलहाल ये पिस्तौलें सरकार के स्वामित्व में नहीं हैं।
विवरण
पिस्तौलों पर बनाई गई है नेपोलियन की तस्वीर
ये दोनों पिस्तौल केवल फ्रांस के लिए ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के इतिहासकारों के लिए महत्वपूर्ण ऐतिहासिक मूल्य रखती हैं।
इन दोनों पिस्तौलों को लकड़ी से बने एक खूबसूरत बक्से में रखा गया है, जिसपर सोने से कलाकृतियां बनाई गई हैं। इन पिस्तौलों को भी सोने और चांदी से सजाया गया है और इनपर नेपोलियन की शाही तस्वीर भी लगाई गई है।
पिस्तौलों के बक्से पर सोने से N लिखा गया है और उसपर सितारे भी लगाए गए हैं।
आत्महत्या
इन पिस्तौलों का इस्तेमाल करके नेपोलियन करना चाहते थे आत्महत्या
1814 में विदेशी ताकतों द्वारा उनकी सेना को हराने और पेरिस पर कब्जा करने के बाद नेपोलियन को सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
इसके कारण वह अवसाद का शिकार हो गए थे और इन पिस्तौलों का उपयोग करके अपने जीवन को समाप्त करना चाहते थे। हालांकि, उन्होंने इसके बजाए जहर खा लिया था, लेकिन वह बच गए थे।
बाद में उन्होंने अपने एक साथी को उनकी वफादारी के कारण ये पिस्तौलें भेंट कर दी थीं।