मिलिए दुनिया के सबसे बूढ़े कुत्ते 'स्पाइक' से, इतनी है उम्र
अमेरिका के ओहियो में रहने वाले स्पाइक नामक कुत्ते का नाम 'दुनिया के सबसे बूढ़े जीवित कुत्ते' के तौर पर गिनीज बुक में दर्ज किया गया है। उसका जन्म नवंबर, 1999 में हुआ था, यानि उसकी उम्र 23 साल है। प्राकृतिक रूप से कुत्तों की औसत आयु 10-15 साल के बीच ही होती है। ऐसे में यह कुत्ता 23 साल तक जीवित है तो यह एक बड़ी उपलब्धि है। आइए स्पाइक के बारे में विस्तार से जानते हैं।
5 किलोग्राम है स्पाइक का वजन
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक, स्पाइक चिहुआहुआ मिक्स नस्ल का कुत्ता है, जो 7 दिसंबर, 2022 को 23 साल और 27 दिन का था। स्पाइक महज नौ इंच (22.86 सेंटीमीटर) का है और उसका वजन 13 पाउंड यानि 5.85 किलोग्राम है। रीता किमबॉल नामक महिला ने स्पाइक को 2010 में कैमडेन में एक किराने की दुकान की पार्किंग से उठाया था और तब से ही वह इस कुत्ते की देखभाल कर रही हैं।
किमबॉल को इस हालत में मिला था स्पाइक
गिनीज रिकॉर्ड से बात करते हुए किमबॉल ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार स्पाइक को देखा था तो उसकी हालत ठीक नहीं थी। उन्होंने कहा, "उस वक्त उसकी पीठ मुंडवा दी गई थी और गर्दन पर चेन या रस्सी से खून के कुछ धब्बे थे। दुकानदार ने मुझे बताया कि यह कुत्ता तीन दिन से यहीं है और उसकी देखभाल के लिए कोई नहीं है। इस वजह से मैं उसे अपने घर ले आई।"
इस कारण से रखा गया स्पाइक नाम
जब किमबॉल कुत्ते को घर लेकर आईं तो उन्होंने उसका नाम रखने के बारे में सोचा। किमबॉल ने बताया, "स्पाइक बड़े कुत्ते का नाम होता है, लेकिन उसका साइज छोटा था। इसके बावजूद मैंने उसे ये नाम दिया क्योंकि उसका व्यवहार बड़े कुत्तों जैसा ही था। वह गाय और घोड़ों को डराने के लिए उन पर भौंकता था और उनका पीछा करने की कोशिश करता था। स्पाइक बूढ़ा हो गया है, इसलिए उसे देखने और सुनने में दिक्कत होती है।"
स्पाइक से पहले इन 3 कुत्तों के नाम था यह खिताब
स्पाइक यह खिताब हासिल करने वाला चौथा कुत्ता है। सबसे पहले चिहुआहुआ नस्ल के टोबीकीथ नामक कुत्ते ने 21 साल की उम्र में ये खिताब अपने नाम किया था। दूसरी बार टॉय फॉक्स टेरियर नस्ल के पैबल्स ने 3 अक्टूबर को 22 साल की उम्र में मृत्यु से पहले यह खिताब हासिल किया था। तीसरी बार में चिहुआहुआ मिक्स के गिनो वुल्फ ने 22 साल की उम्र में लॉस एंजिल्स में मृत्यु से पहले यह रिकॉर्ड हासिल किया था।