ये हैं दुनियाभर की 5 अनोखी ट्रेनें, देखकर रह जाएंगे दंग
अभी तक आपने कई ट्रेन में सफर किया होगा, जो लगभग एक-जैसी ही होती हैं। हालांकि, दुनियाभर के अलग-अलग देशों में ऐसी कई ट्रेनें चलती हैं, जो सामान्य से हटकर विचित्र डिजाइन की होती है। इतना ही नहीं, कुछ ट्रेन तो ऐसी अनोखी-अनोखी थीम पर भी डिजाइन हुई हैं, जिसे देखकर यात्री काल्पनिक दुनिया में खो-से जाते हैं। आज हम आपको ऐसी ही 5 अनोखी ट्रेन बताएंगे, जिनके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी।
पिकाचु ट्रेन
पोकेमॉन नामक कार्टून काफी प्रसिद्ध है। जापान में इसी कार्टून के कैरेक्टर पिकाचु की थीम पर एक ट्रेन चलती है, जिसे देखकर आप भी दंग रह जाएंगे। ईस्ट जापान रेलवे कंपनी ने 2017 में इस ट्रेन को पेश किया था। यह ट्रेन पिकाचु की थीम पर डिजाइन की गई है, इसलिए इसका रंग पीला और भूरा है। यह ट्रेन पॉप संस्कृति को नवीन परिवहन के साथ मिलान करने की जापान की क्षमता का प्रमाण है।
स्टूसबान
स्विट्जरलैंड में स्टूसबान नामक ट्रेन चलती है, जिसके डिब्बे गोल आकार के हैं और इसमें 47 डिग्री की ढाल है। यही वजह है कि यह ट्रेन ढलान के अनुकूल है। इस ट्रेन का आकार दुर्लभ है और यही इस ट्रेन को अन्य से अलग बनाती है। स्टूसबान ट्रेन 2.7 किलोमीटर की दूरी तय करती है और 744 फीट की ऊंचाई पर चढ़ती है। इस ट्रेन में सफर के दौरान यात्री लुभावने दृश्यों का आनंद भी लेते हैं।
वुपर्टल श्वेबेबान
जर्मनी में भी एक अनोखी ट्रेन चलती है, जिसका नाम वुपर्टल श्वेबेबान है। यह ट्रेन वुपर्टल शहर में वुपर नदी के ऊपर एक स्टील फ्रेम से लटकी होती है। यह दुनिया का सबसे पुराना इलेक्ट्रिक एलिवेटेड रेलवे है, जिसमें ट्रेन की पटरी नीचे नहीं ऊपर होती है। बता दें कि यह ट्रेन 13.3 किलोमीटर की दूरी तय करती है और रोजाना लगभग 80,000 यात्रियों को सफर करवाने में सक्षम है।
स्मॉल अंडरग्राउंड
यूरोप के हंगरी के बुडापेस्ट में एक स्मॉल अंडरग्राउंड नामक ट्रेन चलती है, जो यात्रियों को बीते युग की याद दिलाती है। इस ट्रेन की डिजाइन पुराने जमानों के वाहनों की तरह होता है, जो यात्रियों को आकर्षित करता है। यह ट्रेन तंग कोनों और संकरे रास्तों को पार करते हुए यात्रियों को बुडापेस्ट की समृद्ध विरासत के जरिये पुरानी यादों का अहसास कराती है।
फेरोबस
दक्षिण अमेरिका में फेरोबस नामक ट्रेन चलती है, जो कि बस और ट्रेन का एक अनूठा मिश्रण है। यह ट्रेन देखने में बहुत छोटी लगती है, लेकिन क्षेत्र में विभिन्न परिवहन जरूरतों को पूरा करती है। फेरोबस ऊबड़-खाबड़ रास्तों से लेकर शहरी मार्गों तक बहुत ही आसानी से चल सकती है और यात्रियों को बेहतरीन अनुभव के साथ एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचा सकती है।