केरल: इस व्यक्ति ने अपने बाग में उगाए नीले-बैंगनी समेत कई रंगों के आम
फलों का राजा कहलाए जाने वाला आम भारत के ज्यादातर लोगों का पसंदीदा होता है। देश में आम की 1,500 से ज्यादा किस्में पाई जाती हैं, जिन्हें विदेशों में निर्यात किया जाता है। आपने पीले, हरे और नारंगी आम तो खाए ही होंगे, लेकिन क्या अपने कभी नीले या बैंगनी आमों के बारे में सुना है? आपको जानकार हैरानी होगी कि केरल के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने बाग में 100 से ज्यादा किस्मों के आम उगाए हैं।
सखिल थायिल के बाग में उगते हैं नीले-बैंगनी समेत कई रंगों के आम
सखिल थायिल केरल के त्रिस्सूर के रहने वाले हैं और पेशे से सूखे मेवों के विक्रेता हैं। आम से प्रेम के कारण उन्होंने 2019 में नादान मावुकल नामक एक फेसबुक समूह शुरू किया था, जिसमें अब 53,000 से अधिक सदस्य हैं। सखिल ने बताया, "मुझे बचपन से ही आम पसंद है। 5 साल पहले मैंने देखा कि सोशल मीडिया पर आम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। इसलिए मैंने एक समर्पित समूह बनाने का निर्णय लिया।"
बस में सवार होकर करते हैं आम की नई प्रजातियों की खोज
सखिल बस में सवार होकर आम की नई प्रजातियों की खोज करते हैं। जैसे ही उन्हें कोई नए प्रकार का आम का पेड़ नजर आता है, वह उसके मालिक से बात करते हैं। साखिल ने बताया, "जब हम पेड़ के मालिकों से संपर्क करते हैं, तो उन्हें संदेह होता है। हालांकि, अपने समूह और उद्देश्य के बारे में बताते ही वे हमें फल और तना दे देते हैं।" समूह के अन्य लोग बाइक या कार से आम खोजने जाते हैं।
सखिल ने कुछ किस्म के आमों के बारे में दी जानकारी
सखिल द्वारा उगाई गई गोल्डन पोन्नस किस्म तिरुवनन्तपुरम में पाई जाती है। इसका नाम इसके रंग पर रखा गया है, जो कच्चे होने पर भी सुनहरे पीले रंग का होता है। वहीं, अरिया पलक्कड़ में पाई जाने वाली किस्म है, जो साल भर फल दे सकती है। बैंगनी रंग के आम के बारे में बताते हुए सखिल ने कहा कि इसकी खोज 18वीं सदी में एलियास चावारा कुरियाकोस नामक पुजारी ने की थी, जिन्होंने इसका नाम दुखराना रखा था।
सखिल के नाम पर भी रखा गया है आम की एक प्रजाति का नाम
दुखराना के अलावा सखिल ने बैंगनी और नीले रंग के अन्य आमों की भी खोज की और उन्हें थंबा और जिगु जिगु नाम दिया है। आम की अनूठी किस्मों में से एक का नाम सखिल के नाम पर रखा गया है, जिसे सखी कहते हैं।
सखिल पौधों के संरक्षण का रखते हैं खास ख्याल
सखिल इन आमों को उगाने और इनके संरक्षण के लिए 2 तरीकों का उपयोग करते हैं- ग्राफ्टिंग और अंकुरों से उगाना। एक बार पौधों का बैच तैयार हो जाने पर समूह में घोषणा की जाती है, जिसके बाद उन्हें वितरण के लिए उपलब्ध किया जाता है। सखिल ने पौधों के लिए कुछ नियम लागू किए हैं और न्यूनतम मूल्य निर्धारित किया है। बेचने के बाद भी सखिल और उनका समूह पौधों के विकास की जानकारी खरीदार से मांगता रहता है।
सखिल इस तरह करते हैं स्वाद की जांच
सखिल बताते हैं, "हम स्वाद की जांच करने के लिए एक पत्ते की नोक काटते हैं, जिससे एक तरल पदार्थ निकलता है। हम तरल को अपने हाथों पर रगड़ते हैं और उसे सूंघते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हर प्रकार के आम में अलग-अलग और हल्के से लेकर तीव्र स्वाद होता है, जो इन फलों को एक दूसरे से अलग बनाता है।" सखिल भविष्य में आमों की और भी प्रजातियां खोजने की आशा करते हैं।