डायनासोर के युग से भी पुरानी मगरमच्छ जैसी दिखने वाली नई प्रजाति की हुई खोज
जीवाश्म विज्ञानियों ने पार्वोसुचस ऑरेलियोई नामक एक नई रेप्टाइल की प्रजाति का पता लगाया है, जिसे लगभग 237 मिलियन वर्ष पुराना बताया जा रहा है। ये जीवाश्म दक्षिणी ब्राजील के सांता मारिया फॉर्मेशन में लिन्हा वर्जिया 2 नामक क्षेत्र में पाए गए थे। इस खोज का विवरण 20 जून को साइंटिफिक रिपोर्ट्स नामक एक पेपर में किया गया था। यह प्रजाति मगरमच्छों से मिलते-जुलते स्यूडोसुचियंस समूह का हिस्सा है। आइए इस नई प्रजाति के विषय में विस्तार से जानते हैं।
डायनासोर के अस्तित्व से पहले विलुप्त हो चुके थे ये जीव
रियो ग्रांडे में सांता मारिया के संघीय विश्वविद्यालय के जीवाश्म विज्ञानी रोड्रिगो मुलर ने कहा कि यह ग्रैसिलिसुचिडे प्रजाति के विषय में एक दुर्लभ खोज है। इससे पहले इसकी केवल 3 प्रजातियां खोजी गई थीं, जिनमें से 2 चीन और एक अर्जेंटीना में पाई गई थीं। पारवोसुचस ऑरेलियोई की खोज से ज्ञात प्रजातियों की कुल संख्या अब 4 हो गई है। दिलचस्प बात यह है कि ये जीव डायनासोर के आने से पहले ही पृथ्वी से विलुप्त हो चुके थे।
जीव की लंबाई है लगभग 6.5 फीट
पारवोसुचस ऑरेलियोई के जीवाश्म शुरू में चट्टान की एक मोटी परत के नीचे छिपे हुए थे, जिसमें से केवल कुछ अवशेष दिखाई दे रहे थे। चट्टान से कपाल के हिस्सों को उजागर करने के लिए एसिड और हथौड़ों का उपयोग किया गया था, जिसके बाद पूरी खोपड़ी दिखाई दी थी। मुलर ने इस जीव को लगभग 6.5 फीट लंबा बताया, जिसकी एक लंबी पूंछ और 4 पैर थे। साथ ही इसके बेहद नुकीले दांत भी थे।
इस जीव के जीवाश्मों में शामिल थे ये अंग
पारवोसुचस ऑरेलियोई के जीवाश्मों में एक खोपड़ी, 11 कशेरुक, श्रोणि और कुछ अंगों की हड्डियां पाई गई हैं। यह मांसाहारी जीव स्यूडोसुचिया नामक वंश की सबसे प्रारंभिक प्रजातियों में से एक है, जो कुछ हद तक मगरमच्छ की तरह भी दिखाई देता है। जब 252 मिलियन साल पहले पृथ्वी पर कई जीव विलुप्त हुए थे, तब पारवोसुचस जीवित थे। यह मगरमच्छ के समान दिखने वाले जीव पहले डायनासोर के प्रकट होने से लगभग 7 मिलियन वर्ष पहले मर गए थे।
सांता मारिया संरचना के बारे में जानकारी
दक्षिणी ब्राजील में स्थित सांता मारिया संरचना में मध्य से लेकर अंतिम ट्राइसिक तलछटी चट्टानें शामिल हैं, जो अपने प्रचुर टेट्रापॉड जीवाश्मों के लिए प्रसिद्ध हैं। यह डायनासोर और उनके समान दिखने वाली प्रजातियों के सबसे पुराने और सबसे अच्छे संरक्षित संघों में से एक है, जिसमें लेगरपेटिडे और सोरोपोडोमोर्फ की नई प्रजातियां शामिल हैं। टेट्रापॉड प्रजातियां 4 अंगों वाली कशेरुक हैं जिनमें एम्फीबिअन्स, रेप्टाइल्स, पक्षी और मैमल्स शामिल हैं।