LOADING...
आगरा: 'नरक पुरी, कीचड़ नगर, घिनौना नगर', परेशान निवासियों ने बदले कॉलोनियों के नाम
आगरा में सड़कों की खराब स्थिति देखकर नागरिकों ने बदले कॉलोनियों के नाम

आगरा: 'नरक पुरी, कीचड़ नगर, घिनौना नगर', परेशान निवासियों ने बदले कॉलोनियों के नाम

लेखन गौसिया
Oct 11, 2022
02:34 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से कई जगहों पर पानी भर गया है। जलभराव और खराब सड़क से लोग परेशान हैं। ऐसे में सड़क हादसे होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इन सब से परेशान होकर आगरा के लोगों ने अपनी कॉलोनियों के नाम बदल दिए हैं। कॉलोनियों के नए नाम नकर पुरी, कीचड़ नगर, घिनौना नगर, बदबू विहार, दुगंध शील, नाला सरोवर और उपेक्षित नगर आदि रखे गए हैं।

मामला

प्रशासन के कोई कार्रवाई न करने पर निवासियों ने बदले नाम

आगरा की कई कॉलोनियों के लोगों का कहना है कि वहां की सड़कें बहुत खराब हैं और बारिश का पानी जमा होने से आने-जाने का रास्ता बंद हो जाता है। इलाके में गंदगी फैल रही है और मच्छरों से बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है। जिला प्रशासन से शिकायत के बाद भी सड़कें ठीक नहीं हो रही हैं और कोई सुनवाई नहीं होने के कारण निवासियों ने कॉलोनियों के नाम बदले हैं।

पोस्टर

कॉलोनी में 'रोड नहीं तो वोट नहीं मिशन 2024' के लगे पोस्टर

खराब सड़कें और जलभराव के कारण कॉलोनियों के कई घरों पर 'मकान बिकाऊ है' के अलावा 'रोड नहीं तो वोट नहीं मिशन 2024' के पोस्टर भी लगाए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर दीपक चाहर के घर के रास्ते की तरफ भी एक पोस्टर लगाया गया है। कॉलोनी की खराब स्थिति के विरोध में स्थानीय लोगों ने ऐसा किया है। उनका मानना है कि अपनी आवाज पहुंचाने के लिए उनके पास यही एक रास्ता बचा था।

Advertisement

बयान

नागरिकों की शिकायत के बाद भी प्रशासन ने नहीं दी तवज्जो

एक स्थानीय नागरिक ने कहा, 'हमें जिला प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली है। हमने सांसदों, विधायकों और सभी विभागों सहित हर जगह शिकायत की, लेकिन किसी ने हमारी शिकायत नहीं सुनी। नेता यहां सिर्फ वोट के लिए आते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। उन्हें हमारी दिक्कतों ने कुछ फर्क नहीं पड़ता।' लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन की उपेक्षा के कारण उन्हें नरक जैसी जिंदगी जीनी पड़ रही है।

Advertisement

अन्य मामला

कर्नाटक में सामाजिक कार्यकर्ता ने सड़क पर लेट कर किया था प्रदर्शन

इससे पहले कर्नाटक के उड्डपी में सामाजिक कार्यकर्ता नित्यानंद वोलाकाडु ने इंद्राली पुल की सड़कों पर नारियल तोड़कर गड्ढों की आरती की और फिर उरुलु सेव करके विरोध प्रदर्शन किया था। उरुलु सेव एक अनुष्ठान है जिसमें लोग समाज के कल्याण के लिए मंदिरों के चारों ओर जमीन पर लेट कर घूमते हैं। यहां बगैर स्ट्रीट लाइट के खराब सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन प्रशासन ने इसे कोई तवज्जो नहीं देता।

ट्विटर पोस्ट

यहां देखें सामाजिक कार्यकर्ता का अनोखा प्रदर्शन

Advertisement