इन खिलाड़ियों ने IPL में मचाया धमाल, लेकिन भारत के लिए नहीं कर सके अच्छा प्रदर्शन
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत 2008 में हुई थी। आज इस लीग को दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग के नाम से भी जाना जाता है। IPL ने विश्व क्रिकेट को कई सितारें दिए हैं। भारतीय टीम में भी आज कई खिलाड़ी इस लीग के कारण ही पहुंचे हैं। आज हम आपको इस लीग के ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने IPL में तो शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन भारत के लिए कमाल नहीं कर सके।
मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले लेफ्ट हैंड बल्लेबाज़ सौरभ तिवारी
धोनी की तरह आक्रामक क्रिकेट खेलने के साथ-साथ बड़े-बड़े बाल रखने वाले सौरभ तिवारी ने IPL 2010 में मुंबई इंडियंस के लिए अद्भुत प्रदर्शन किया। मिडिल ऑर्डर में खेलते हुए इस सीज़न में तिवारी ने 419 रन बनाए। तिवारी के इस प्रदर्शन के बाद अक्टूबर, 2010 में उन्हें भारत के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। लेकिन तिवारी भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। वनडे के तीन मैचों में तिवारी 49 रन ही बना सके।
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले तेज़ गेंदबाज़ मोहित शर्मा
IPL 2013 में CSK के लिए अद्भुत प्रदर्शन करने वाले मोहित शर्मा भी भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। 2013 में अपने पहले IPL में मोहित ने शानदार स्विंग गेंदबाज़ी और डेथ ओवर में बेमिसाल स्लोवर गेंदबाज़ी से कुल 20 विकेट लिए। इसके बाद अगस्त, 2013 में मोहित को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। भारत के लिए मोहित 26 वनडे में 31 विकेट ही ले सके। 2015 से मोहित भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं।
राजस्थान रॉयल्स के लिए धमाल मचाने वाले यूसुफ पठान
IPL के पहले सीज़न में राजस्थान रॉयल्स को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले यूसुफ पठान भी सिर्फ IPL में ही स्टार खिलाड़ी रहे। IPL 2008 में 179.01 के स्ट्राइक रेट से 435 रन बनाने वाले यूसुफ को इस लीग के तुरंत बाद जून, 2008 में भारत के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। IPL में तीन हज़ार से ज्यादा रन बनाने वाले यूसुफ भारत के लिए 57 वनडे मैचों में 810 रन ही बना सके।
सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए खेलने वाले लेग स्पिनर कर्ण शर्मा
लेग स्पिन गेंदबाज़ और निचले क्रम के काम चलाऊ बल्लेबाज़ कर्ण शर्मा ने IPL 2014 में सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए सिर्फ 7.42 की इकॉनमी से ही रन खर्च किए। इसके साथ ही उनके खाते में 15 विकेट भी रहे। कर्ण के इस प्रदर्शन के बाद 2014 में ही उन्हें तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए खेलने का मौका मिला। भारत के लिए दो वनडे में एक भी विकेट न लेने वाले कर्ण 2014 के बाद भारतीय टीम में नहीं दिखे।