धोनी की तरह भारतीय टीम में आ सकता है यह टिकट कलेक्टर, रणजी में मचाई धूम
भारतीय क्रिकेट में एमएस धोनी का क्या स्थान है, यह बात किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है। छोटे से शहर का एक लड़का किस तरह अपनी कड़ी मेहनत के दम पर क्रिकेट जगत की सबसे बड़ी हस्तियों में शुमार हो गया, यह कहानी अब किसी से छिपी नहीं है। भारतीय टीम में दस्तक देने से पहले धोनी टिकट कलेक्टर हुआ करते थे, ठीक धोनी की तरह ही एक और टिकट कलेक्टर अब भारतीय टीम में आने को तैयार है।
रणजी ट्रॉफी में धूम मचा रहा है यह नया टिकट कलेक्टर
मौजूदा रणजी ट्रॉफी के सत्र में रेलवे के लिए खेल रहे हरियाणा के हिमांशु सांगवान ने मुंबई के खिलाफ छह विकेट लेकर भारतीय टीम के दरवाज़े पर दस्तक दे दी है। रणजी के इस सत्र से पहले गुमनामी में जी रहे हिमांशु ने इस साल अपने प्रदर्शन के दम पर एक खास पहचान बना ली है। राइट आर्म तेज़ गेंदबाज़ हिमांशु के दमदार प्रदर्शन की बदौलत ही रेलवे ने 41 बार की चैंपियन मुंबई को करारी शिक्सत दी।
हिमांशु ने अजिंक्य रहाणे और पृथ्वी शॉ को फंसाया अपने जाल में
रेलवे के लिए खेल रहे हिमांशु ने मुंबई के दो दिग्गज खिलाड़ियों को अपने जाल में फंसाया। दूसरी पारी में हिमांशु ने ही अजिंक्य रहाणे और पृथ्वॉ शॉ के विकेट चटकाए। मैच के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में हिमाशु ने कहा, "मैं इन दोनों खिलाड़ियों को आउट करने की योजना के साथ ही मैदान पर उतरा था। मैं जानता था कि पृथ्वी शॉ आक्रामक खिलाड़ी है, इसलिए मैंने विविधता के साथ गेंदबाज़ी की और गति परिवर्तन भी किया।"
हमने रहाणे और पृथ्वी के लिए जो योजना बनाई, उसमें हमें कामयाबी मिली- हिमांशु
हिमांशु ने आगे कहा, "जब अजिंक्य रहाणे क्रीज़ पर आए तो हम जानते थे कि वे दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक हैं। मैंने रहाणे को ऑफ स्टंप के बाहर गेंद फेंकने की कोशिश की। हमारी योजना कामयाब भी रही। हमने रहाणे और पृथ्वी के लिए जो योजना बनाई, उसमें हमें कामयाबी मिली।" इससे पहले हिमांशु ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ भी चार विकेट झटके थे। वहीं सौराष्ट्र के खिलाफ हिमांशु को दो सफलता मिली थीं।
ग्लेन मैक्ग्रा से सीखे तेज़ गेंदबाज़ी के गुर
हिमांशु ने यह भी बताया कि उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ी के गुर ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा से सीखे हैं। उन्होंने कहा, "मैंने ग्लेन मैक्ग्रा से प्रेरणा ली, वह मेरे आदर्श हैं। मैंने मार्च 2019 में एमआरएफ पेस फाउंडेशन में मैक्ग्रा से काफी कुछ सीखा। मैक्ग्रा मेरी गेंदबाज़ी के वीडियो देख, मुझे बताते थे कि मुझे किन क्षेत्रों में सुधार करने की ज़रूरत है। वह महान खिलाड़ी हैं। उन्होंने मुझे बताया कि जब भी आप मुश्किल में हों, बेसिक्स पर टिके रहो।"
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कर चुके हैं टिकट कलेक्टर का काम
24 साल के हिमांशु सांगवान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर का काम कर चुके हैं। रणजी ट्रॉफी के तीसरे राउंड में हिमांशु के छह विकेट और कप्तान कर्ण शर्मा के नाबाद शतक की बदौलत रेलवे ने मुंबई को 10 विकेट से हरा दिया। रेलवे ने मुंबई को पहली पारी में 114 रनों पर समेटने के बाद 152 रनों की बढ़त हासिल की थी। इसके बाद मुंबई दूसरी पारी में 198 रनों पर ऑलआउट हो गई।
हिमांशु सांगवान का करियर
हिमांशु ने इससे पहले सीके नायडू ट्रॉफी के 7 मैचों में 37 विकेट हासिल किए थे। हिमांशु के इसी प्रदर्शन की बदलौत उन्हें रेलवे की रणजी टीम में चुना गया था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट के तीन मैचों में हिमांशु के नाम 21.50 की औसत से 12 विकेट हैं। वहीं लिस्ट ए क्रिकेट के आठ मैचों में हिमांशु ने 14 विकेट लिए हैं। टी-20 क्रिकेट के पांच मैचों में हिमांशु के नाम तीन विकेट हैं।