महान इंग्लिश ओपनिंग बल्लेबाज मार्कस ट्रेस्कोथिक ने की क्रिकेट से संन्यास की घोषणा
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज और समरसेट के दिग्गज खिलाड़ी मार्कस ट्रेस्कोथिक ने घोषणा की है कि वह इस सीजन की समाप्ति पर क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। 27 साल के अपने लंबे करियर के बाद 43 वर्षीय ट्रेस्कोथिक ने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। उन्होंने 1993 में समरसेट के लिए अपना डेब्यू किया था और इंग्लैंड के लिए भी 76 टेस्ट खेले थे। एक नजर डालते हैं उनके शानदार करियर पर।
इंग्लिश क्रिकेट के महान खिलाड़ी
ट्रेस्कोथिक फर्स्ट-क्लास क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों में से एक हैं। वह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहे हैं और उन्होंने दिखाया है कि कैसे उम्र के बंधन से निकलकर लगातार शानदार क्रिकेट खेला जा सकता है। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 391 फर्स्ट-क्लास मुकाबलों में 26,234 रन बनाए हैं। उन्होंने 66 शतक और 127 अर्धशतक लगाए हैं। 560 कैच पकड़ने वाले ट्रेस्कोथिक ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं।
इंग्लैंड के लिए शानदार रहा था ट्रेस्कोथिक का प्रदर्शन
ट्रेस्कोथिक को हमेशा इंग्लैंड के सबसे शानदार ओपनिंग बल्लेबाजों में से एक माना गया है और उनके पास नैचुरल लीडरशिप का क्षमता भी थी। इंग्लैंड के लिए 76 टेस्ट में ट्रेस्कोथिक ने 43.79 की शानदार औसत के साथ 5,825 रन बनाए हैं जिसमें 14 शतक और 29 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा ट्रेस्कोथिक ने इंग्लैंड के लिए 123 वनडे भी खेले थे जिसमें उन्होंने 12 शतक की बदौलत 4,335 रन बनाए थे।
मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं- ट्रेस्कोथिक
ट्रेस्कोथिक ने कहा, "अपने इस सफर में मुझ जो सपोर्ट मिला है उसके लिए मैं काफी सौभाग्यशाली हूं। मैं अपने भविष्य को लेकर क्लब और अपने परिवार के साथ लंबे समय से बातचीत कर रहा था और अब सही समय आ गया है।"
तनाव के कारण इंग्लैंड के लिए ज़्यादा दिन नहीं खेल सके
ट्रेस्कोथिक के लंबे करियर में केवल एक बात दुखदायी रही कि उनका इंग्लैंड के लिए करियर अनिद्रा और तनाव के कारण लंबा नहीं चल पाया। फरवरी 2006 में भारत के टूर पर तनाव के कारण उन्हें स्वदेश लौटना पड़ा था और उसी साल उन्होंने ऑस्ट्रेलिया का टूर भी अपनी इसी समस्या के कारण छोड़ा था। 2008 में उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया और फिर समरसेट के लिए काउंटी खेलते रहे।
27 साल बहुत तेजी से बीत गए- ट्रेस्कोथिक
पूर्व इंग्लिश हीरे ने आगे कहा, "27 साल काफी ज़्यादा होते हैं, लेकिन यह काफी तेजी से बीत गए। मैं जिस चीज से प्यार करता हूं उसे करने के लिए मुझे इतना लंबा समय मिला और इसके लिए मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं।"
2005 एशेज जीत उनके करियर का बेस्ट लम्हा
ट्रेस्कोथिक के करियर का सबसे शानदार लम्हा 2005 की एशेज जीत के रूप में आया। उस सीरीज में वह दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उस समय उन्होंने सबसे तेज 5,000 रन बनाने का भी रिकॉर्ड बनाया था। 2003 और 2004 में लगातार दो साल उन्होंने 1000 से ज़्यादा टेस्ट रन बनाए थे। उस समय बहुत से लोगों को लगा था कि ट्रेस्कोथिक वनडे और टेस्ट दोनों में इंग्लैंड के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बनेंगे।