टेस्ट क्रिकेट: मैच की चौथी पारी में दोहरा शतक लगा चुके हैं ये बल्लेबाज
टेस्ट क्रिकेट में मैच की चौथी पारी के दौरान बल्लेबाजी करना कठिन होता है। दरअसल, बीतते मैच के साथ पिच टूटती जाती है और टिककर बल्लेबाजी करना मुश्किल हो जाता है। आमतौर पर मैच की आखिरी पारी, चौथे या पांचवें दिन के दौरान आती है। ऐसी चुनौतियों के बावजूद टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कुछ चुनिंदा बल्लेबाज मैच की चौथी पारी के दौरान भी दोहरा शतक लगा चुके हैं। आइए उनके बारे में जानते हैं।
जॉर्ज हेडली (223 रन बनाम इंग्लैंड, 1930)
वेस्टइंडीज के जॉर्ज हेडली ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 1930 में खेले गए टेस्ट में बेहतरीन बल्लेबाजी की थी। उन्होंने मैच की चौथी पारी के दौरान 385 गेंदों पर 223 रन की पारी खेली थी। उन्होंने अपनी जोरदार पारी में 28 चौके लगाए थे। उनकी पारी की मदद से कैरेबियाई टीम ने मैच को ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की थी। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 22 मैच में 60.83 की औसत से 2,190 रन बनाए थे।
विलियम एडरिक (219 रन बनाम दक्षिण अफ्रीका, 1939)
इंग्लैंड के विलियम एडरिक ने दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ 1939 में खेले गए टेस्ट में अपनी दूसरी पारी में 219 रन बनाए थे। डरबन में खेले गए मैच में इंग्लिश टीम को जीत के लिए मिले 696 रन का लक्ष्य मिला था और एडरिक की पारी की मदद से इंग्लैंड ने 654/5 का स्कोर बना लिया था। आखिर दिन के खेल की समाप्ति के साथ टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
सुनील गावस्कर (221 रन बनाम इंग्लैंड, 1979)
पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी चौथी पारी में दोहरा शतक लगाने का कारनामा कर चुके हैं। उन्होंने 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी दूसरी पारी में 221 रन बनाए थे। उन्होंने अपनी पारी के दौरान चेतन चौहान के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 213 रन की बड़ी साझेदारी भी की थी। आखिरकार केनिंगटन ओवल में हुआ वो मैच ड्रॉ पर रहा था। बता दें कि गावस्कर ने उस मैच की पहली पारी में 13 रन बनाए थे।
गॉर्डन ग्रीनिज (214* रन बनाम इंग्लैंड, 1984)
वेस्टइंडीज ने 1984 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में 9 विकेट से जीत दर्ज की थी। उस मैच में कैरेबियाई टीम ने जीत के लिए मिले 342 रन के कठिन लक्ष्य को हासिल किया था। वेस्टइंडीज की जीत में गॉर्डन ग्रीनिज की अहम भूमिका रही थी। उन्होंने अपनी दूसरी और मैच की चौथी पारी में 242 गेंदों पर नाबाद 214 रन बनाए थे। उनके साथ-साथ लैरी गोम्स ने नाबाद 92 रन का योगदान दिया था।
नाथन एस्टल (222 रन बनाम इंग्लैंड, 2002)
साल 2002 में क्राइस्टचर्च टेस्ट में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को 98 रन से हराया था। उस मुकाबले में कीवी टीम के नाथन एस्टल ने मैच की चौथी पारी में दोहरा शतक लगाया था। उन्होंने 168 गेंदों पर 222 रन की जोरदार पारी खेली थी। एस्टल ने 153 गेंदों पर अपना दोहरा शतक पूरा किया, जो कि आज भी टेस्ट में सबसे तेज दोहरा शतक का रिकॉर्ड है। हालांकि, एस्टल की पारी के बावजूद उनकी टीम हार गई थी।
काइल मेयर्स (221* रन बनाम बांग्लादेश, 2021)
काइल मेयर्स ने 2021 में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पहले मैच की दूसरी पारी में दोहरा शतक लगाने का कारनामा किया था। उन्होंने मैच की चौथी पारी के दौरान नाबाद 210 रन बनाए थे। उनकी इस पारी की मदद से वेस्टइंडीज ने 395 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को हासिल किया था। बता दें कि मेयर्स ने उस मैच की पहली पारी में 40 रन बनाए थे।