भारतीय टीम में अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए हैं अलग-अलग नियम- गावस्कर

पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि मौजूदा भारतीय टीम में अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम हैं। दरअसल, भारतीय कप्तान विराट कोहली पैटरनिटी लीव के चलते ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच से ही भारत लौट चुके हैं, जबकि नए गेंदबाज टी नटराजन, जो IPL के दौरान पिता बने थे, अब तक टीम के साथ हैं और अपनी बेटी से नहीं मिल पाए हैं। गावस्कर ने इन नियमों पर सवाल खड़े किए हैं।
गावस्कर का मानना है कि नटराजन टीम में नए हैं इसीलिए कुछ बोल नहीं सकते हैं। गावस्कर ने स्पोर्टस्टार में अपने कॉलम में लिखा, 'बाएं हाथ के यॉर्कर स्पेशलिस्ट नटराजन ने टी-20 में शानदार शुरुआत की और हार्दिक पांड्या ने उनके साथ 'मैन ऑफ द सीरीज' पुरस्कार साझा किया। वह IPL प्लेऑफ के दौरान पहली बार पिता बने थे, लेकिन उन्हें सीधे UAE से ऑस्ट्रेलिया ले जाया गया और वह इस समय बतौर नेट गेंदबाज टीम के साथ शामिल हैं।'
IPL 2020 में टी नटराजन ने शानदार गेंदबाजी कर 16 विकेट लिए थे। उन्हें चोटिल वरुण चक्रवर्ती की जगह लिमिटेड ओवर्स सीरीज के लिए भारतीय टीम में मौका मिला। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने इकलौते वनडे में दो जबकि तीन टी-20 मैच में छह विकेट लिए।
भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे का समापन 19 जनवरी, 2021 को होना है। ऐसे में नटराजन को अपनी पहली बेटी से मिलने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। गावस्कर ने विराट कोहली पर निशाना साधते हुए आगे लिखा, 'जनवरी के तीसरे सप्ताह में सीरीज समाप्त होने के बाद ही नटराजन घर लौटेंगे और पहली बार अपनी बेटी को देखेंगे और कप्तान (विराट कोहली) अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए एडिलेड टेस्ट के बाद वापस जा रहे हैं।'
गावस्कर ने अपने कॉलम में आगे लिखा, 'अगर अश्विन एक मैच में विकेट नहीं ले पाते हैं, तो उन्हें अगले मैच में टीम से बाहर कर दिया जाता है। दूसरी तरफ अगर कोई स्थापित बल्लेबाज किसी मैच में रन नहीं बना पाता है तो उन्हें टीम से बाहर नहीं किया जाता।' उन्होंने आगे लिखा, "भारतीय टीम में अलग-अलग लोगों के लिए अलग नियम है। अगर आपको मुझ पर भरोसा नहीं है तो आपको अश्विन और नटराजन से पूछना चाहिए।"
पहले एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम को शिकस्त झेलनी पड़ी है। चार मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ रही भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली भी स्वदेश लौट चुके हैं। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में खेले गए 13 टेस्ट में 54.08 की जबरदस्त औसत से 1,352 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने छह शतक भी लगाए हैं। वह ऑस्ट्रेलिया में बेस्ट औसत वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। ऐसे में निश्चित ही टीम को उनकी कमी खलेगी।