सचिन को शतक को दोहरे या तिहरे शतक में बदलना नहीं आता था- कपिल देव

भारत के पूर्व महान बल्लेबाज और बल्लेबाजी में क्रिकेट का लगभग हर रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में छह दोहरे शतक लगाए हैं। हालांकि, ऐसा करने के लिए उन्हें 200 टेस्ट लग गए और इसी कारण वह दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की टॉप-10 लिस्ट में नहीं हैं। कपिल देव ने भी इस चीज पर गौर किया है और कहा है कि सचिन शतक को बड़ी पारी में नहीं बदल पाते थे।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच डब्ल्यूवी रमन के साथ इंटरव्यू में कपिल ने कहा कि उन्होंने सचिन जैसे टैलेंट किसी और में नहीं देखा। उन्होंने आगे कहा, "उन्हें पता था कि कैसे शतक बनाना है, लेकिन वह यह नहीं जानते थे कि कैसे शतक को दोहरे या फिर तिहरे शतक में बदलना है। सचिन के पास क्रिकेट में सब कुछ था, लेकिन वह धुंआधार बल्लेबाज नहीं बन सके।"
कपिल ने आगे कहा, "सचिन को कम से कम तीन तिहरे शतक और 10 और दोहरे शतक लगाने चाहिए थे क्योंकि वह तेज या स्पिन दोनों गेंदबाजों के हर ओवर में बाउंड्री लगा सकते थे।"
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 51 शतक लगाने वाले सचिन को पहला टेस्ट दोहरा शतक लगाने में 10 साल का समय लग गया था। 51 में से केवल 20 बार ही सचिन शतक लगाने के बाद 150 से ज़्यादा के स्कोर को पार कर सके हैं। टेस्ट में सबसे ज़्यादा 15,921 रन बनाने वाले सचिन के नाम टेस्ट में एक भी तिहरा शतक नहीं है और उनका बेस्ट 248 है।
सचिन के साथ काफी क्रिकेट खेले और इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके कोच भी रह चुके कपिल ने सचिन के बड़ी पारी नहीं खेलने का कारण मुंबई की जड़ों को बताया। उन्होंने कहा, "वह मुंबई से थे और वहां की सोच है कि यदि आपने शतक बना लिया है तो फिर आप शून्य से शुरुआत करें। हालांकि, मैंने यहां कहा था कि आप बेहतरीन बल्लेबाज हैं और गेंदबाजों को आपसे खौफ खाना चाहिए।"
वर्तमान भारतीय कप्तान विराट कोहली (7) सबसे ज़्यादा दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय हैं। वीरेन्द्र सहवाग (2) और करुण नायर (1) ही केवल तिहरे शतक लगाने वाले भारतीय हैं।