वनडे क्रिकेट: हारे हुए मुकाबलों में खेली गई सबसे बड़ी पारियों पर एक नजर
क्या है खबर?
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का प्रतिष्ठित टूर्नामेंट चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आगाज 19 फरवरी से होने वाला है। यह टूर्नामेंट वनडे प्रारूप में खेला जाएगा।
वर्तमान दौर में वनडे क्रिकेट में अमूमन बड़े स्कोर देखने को मिलते हैं और बल्लेबाज भी आसानी से बड़ी परियां खेलते हैं। हालांकि, वनडे में कोई भी बड़ी पारी टीम की जीत की गारंटी नहीं होती है।
ऐसे में आइए हारे हुए वनडे मुकाबलों में खेली गई सबसे बड़ी पारियों पर एक नजर डालते हैं।
#1
चार्ल्स कोवेंट्री (194* रन)
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के बल्लेबाज चार्ल्स कोवेंट्री ने साल 2009 में बांग्लादेश के खिलाफ 194* रनों की पारी खेली थी।
पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे ने 50 ओवर में 312/8 का स्कोर बनाया था।
कोवेंट्री ने 156 गेंदों का सामना करते हुए 16 चौके और 7 छक्के लगाए थे। उनकी स्ट्राइक रेट 124.35 की थी। इस शानदार पारी के बावजूद जिम्बाब्वे वह मुकाबला 4 विकेट से हार गई थी।
तमीम इकबाल ने दूसरी पारी में 154 रन जड़ दिए थे।
#2
फखर जमान (193 रन)
दूसरे स्थान पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज फखर जमान हैं। उन्होंने साल 2021 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ 193 रनों की पारी खेली थी। इसके बावजूद उनकी टीम 17 रनों से हार गई थी।
पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 341/6 का बड़ा स्कोर बना दिया था।
जवाब में फखर अकेले संघर्ष किया और 155 गेंदों का सामना करते हुए 18 चौके और 10 छक्के जड़े दिए। उनकी स्ट्राइक रेट 124.51 की रही थी।
#3
मैथ्यू हेडन (181* रन)
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन सूची में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने साल 2007 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 181* रन की पारी खेली थी।
हालांकि, इसके बावजूद कंगारू टीम 1 विकेट से हार गई थी। हेडन ने 166 गेंदों का सामना किया था और उनके बल्ले से 11 चौके और 10 छक्के निकले थे।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 346/5 का स्कोर बनाया था। क्रेग मैकमिलन (117) की शतकीय पारी ने कीवी टीम जीत दिलाई।
#4
एविन लुईस (176* रन)
सूची में चौथे स्थान पर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज एविन लुईस हैं। उन्होंने साल 2017 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 176* रन की पारी खेली थी।
पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 356/5 का स्कोर बना दिया था। लुईस ने 130 गेंदों का सामना किया था। उनके बल्ले से 17 चौके और 7 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 135.38 की थी।
इंग्लैंड ने डकवर्थ लुईस नियम से यह मुकाबला 6 रन से जीत लिया था।