#NewsBytesExplainer: 12 साल बाद भारत में खेला जाएगा वनडे विश्व कप, जानिए क्या-क्या बदला
भारतीय सरजमीं पर साल 2011 के बाद अक्टूबर और नवंबर 2023 में फिर से वनडे विश्व कप का आयोजन होने जा रहा है। पिछली बार जब भारत में यह विश्व कप खेला गया था, तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने 28 साल बाद विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। इन 12 सालों में क्रिकेट का यह खेल काफी बदल गया है। ऐसे में आइए उन्हीं बदलाव को विस्तृत रूप में जानते हैं।
अब स्टार बल्लेबाज नहीं करते गेंदबाजी
साल 2011 का विश्व कप याद कीजिए भारत के पास युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना और सचिन तेंदुलकर ऐसे बल्लेबाज थे जो गेंदबाजी भी कर लेते थे। अब पूरे विश्व में ऐसे बल्लेबाज कम मिलते हैं। भारतीय टीम में इस समय विराट कोहली, रोहित शर्मा, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल जैसे स्टार बल्लेबाज तो हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर ये गेंदबाजी नहीं कर पाते हैं। पार्ट टाइम स्पिनर का चलन अब लगभग खत्म ही हो गया है।
2011 विश्व कप के बाद लगे 9 दोहरे शतक
2011 वनडे विश्व कप से पहले वनडे में सिर्फ 1 दोहरा शतक लगा था। सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2010 में 200 रन की पारी खेली थी। 2011 के विश्व कप के बाद 9 दोहरे शतक लगे हैं। इनमें 5 भारतीय बल्लेबाजों ने लगाए हैं। 3 तो अकेले रोहित शर्मा के बल्ले से निकले हैं। साल 2015 के वनडे विश्व कप में 2 दोहरे शतक लगे थे। मार्टिन गुप्टिल और क्रिस गेल ने ये कारनामा किया था।
विश्व कप से 4 टीमें हुई कम
विश्व कप 2011 में 14 टीमों ने हिस्सा लिया था। इस बार 10 टीमें खेलेगी। आयरलैंड, वेस्टइंडीज, कनाडा, जिम्बाब्वे और केन्या विश्व कप 2011 खेले थे, लेकिन वह इस बार इसका हिस्सा नहीं होंगे। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम विश्व कप 2011 में नहीं खेली थी।
इंग्लैंड का सफेद गेंद की क्रिकेट पर राज
साल 2015 के विश्व कप में इंग्लैंड ने 6 मैच खेले थे और उन्हें 4 मैच में हार मिली। वह ग्रुप मैचों से ही बाहर हो गए थे। इयोन मोर्गन की कप्तानी में टीम ने काफी आलोचना झेली, लेकिन इसके बाद टीम की काया पलट हो गई। टीम के बैखौफ खेल ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी। साल 2019 का विश्व कप उन्होंने अपने घर में जीता और इसके बाद टी-20 विश्व कप के भी विजेता बने।
घरेलू सरजमीं का टीम को होने लगा फायदा
2011 के विश्व कप से पहले श्रीलंका को छोड़ दें तो किसी भी टीम ने मेजबान टीम के रूप में वनडे विश्व कप का खिताब नहीं जीता था, लेकिन 2011 से सभी विश्व कप मेजबान टीम ने ही अपने नाम किया है। 2015 का विश्व कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेला गया था, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम किया। 2019 का विश्व कप इंग्लैंड में आयोजीत किया गया था, जिसे इंग्लैंड ने अपने नाम किया था।
कोहली बने वनडे क्रिकेट के किंग
साल 2011 के विश्व कप के बाद वनडे क्रिकेट में कोहली का बल्ला जमकर बोला। उन्होंने इस दौरान 222 मैच खेले और इसकी 215 पारियों में 60.32 की उम्दा औसत के साथ 10,979 रन बनाए। 183 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ इस दिग्गज खिलाड़ी ने 41 शतक और 52 अर्धशतक लगाए। कोहली के बल्ले से इस दौरान 1,029 चौके और 125 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 95.91 की रही। वह 33 बार नाबाद भी रहे।
स्टार्क ने लिए हैं साल 2011 के बाद सबसे ज्यादा विकेट
गेंदबाजों में मिचेल स्टार्क ने साल 2011 के विश्व कप फाइनल के बाद अब तक वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं। उन्होंने 108 मैच में 22.14 की शानदार औसत के साथ 215 विकेट झटके हैं। इस दौरान उन्होंने 11 बार 4 विकेट हॉल और 9 बार 5 विकेट हॉल अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/28 का रहा है। भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट रविंद्र जडेजा ने लिए हैं। उन्होंने 142 मैच में 165 विकेट झटके हैं।
क्रिकेट की महाशक्ति रही वेस्टइंडीज का हुआ पतन
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम वनडे विश्व कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई है। विश्व कप 1975 के बाद पहली बार वेस्टइंडीज इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होगा। टीम साल 1975 और 1979 में विश्व कप अपने नाम कर चुकी है।
2011 विश्व कप के बाद भारत ने जीते हैं सबसे ज्यादा वनडे मुकाबले
2011 वनडे विश्व कप के बाद भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा वनडे मुकाबले जीते हैं। उन्होंने अब तक 260 मैच खेले हैं और उन्हें 162 मुकाबलों में जीत मिली है। 84 मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। दूसरे स्थान पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम है। उन्होंने 223 मैच खेले हैं और 125 मैच में टीम को जीत मिली है। 83 मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा है।
अहमदाबाद बना भारतीय क्रिकेट का नया पॉवर सेंटर
विश्व कप का उद्घाटन मैच, फाइनल, भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबला, उद्घाटन समारोह और समापन समारोह सभी अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में होंगे। यह भारतीय क्रिकेट का नया पॉवर सेंटर है। स्टेडियम में 1,10,000 दर्शकों की बैठने की क्षमता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है। 3 साल से भी कम समय में यहां इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 2 फाइनल, एक उद्घाटन समारोह, 3 टेस्ट और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का 1 फाइनल हो चुका है।
2011 विश्व कप में ये थी भारतीय टीम
विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन को छोड़कर 2011 विश्व कप खेलने वाले सभी खिलाड़ियों ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। ऐसे में उन दिग्गज खिलाड़ियों का जलवा देखने को नहीं मिलेगा। 2011 वनडे विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान) वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, विराट कोहली, सुरेश रैना, सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह, रविचंद्रन अश्विन, पीयूष चावला, यूसुफ पठान, हरभजन सिंह, जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल और श्रीसंथ।
इन दिग्गज खिलाड़ियों ने भी छोड़ा क्रिकेट
2011 के विश्व कप के बाद क्रिकेट जगत के कई स्टार खिलाड़ी संन्यास ले चुके हैं और अब फैंस को उन्हें खेलते देखने का मौका नहीं मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिग, ब्रेट ली, माइक हसी और शेन वाटसन क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ, न्यूजीलैंड के ब्रेडन मैकुलम, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल, श्रीलंका के कुमार संगाकार, लसिथ मलिंगा और महेला जयवर्धने, पाकिस्तान के शोएब अख्तर, शाहिद अफरीदी अब खेलते नजर नहीं आएंगे।