नीरज चोपड़ा का बड़ा खुलासा, टूटे हुए हाथ के साथ खेला था डायमंड लीग का फाइनल
भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा डायमंड लीग का खिताब जीतने से चूक गए। वह ब्रसेल्स के किंग बाउडौइन स्टेडियम में 87.86 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अब उन्होंने खुद एक बड़ा खुलासा किया है। वह टूटे हाथ के साथ इस मुकाबले में खेलने उतरे थे। इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए दी। आइए पूरी खबर पर एक नजर डाल लेते हैं।
नीरज ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा?
नीरज ने पोस्ट में लिखा, 'जैसे-जैसे साल 2024 का सीजन खत्म हो रहा है, मैं उन सब चीजों को याद कर रहा हूं जो मैंने इस साल सीखा है। इसमें सुधार, असफलताएं, मानसिकता सब हैं। सोमवार को अभ्यास के दौरान मुझे चोट लग गई थी। एक्स-रे से पता चला कि मेरे बाएं हाथ की चौथी मेटाकार्पल हड्डी में फ्रैक्चर है। यह एक और बड़ी चुनौती थी मेरे लिए। हालांकि, अपनी टीम के मदद से मैं भाग लेने में सक्षम रहा।'
यहां देखें नीरज का पोस्ट
ऐसा रहा था फाइनल मुकाबला
नीरज ने अपने पहले प्रयास में 86.82 मीटर का थ्रो किया। उसके बाद उन्होंने अगले 2 थ्रो क्रमशः 83.49 और 87.86 मीटर किए। वह अपने तीसरे प्रयास में और सुधार नहीं कर सके और उन्होंने अपने अगले थ्रो 82.04, 83.30 और 86.46 किए। दूसरी तरफ पहले स्थान पर रहे एंडरसन पीटर्स ने अपने पहले ही प्रयास में 87.87 मीटर थ्रो किया था। जर्मनी के जूलियन वेबर 85.97 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
नीरज को मिले इतने पैसे
दूसरे स्थान पर रहने के लिए नीरज को 12,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 10 लाख रुपये) की राशि मिली दूसरी तरफ अपने करियर में पहली बार डायमंड ट्रॉफी जीतने वाले पीटर्स को 30,000 अमेरिकी डॉलर की नकद पुरस्कार राशि मिली। इसके साथ-साथ पीटर्स को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड भी दिया गया। बता दें कि पेरिस ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता पाकिस्तान के अरशद नदीम ने डायमंड लीग फाइनल में हिस्सा नहीं लिया था।
पेरिस में जीता था रजत पदक
नीरज ने हाल ही में खत्म हुए पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल में 89.45 मीटर के प्रयास के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था। इस स्पर्धा का स्वर्ण पाकिस्तान के अरशद ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ जीता था। इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज स्वर्ण पदक का बचाव नहीं कर पाए थे। अरशद ने नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसन का ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ा था, जिन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 90.57 मीटर दूर थ्रो फेंका था।