टूटे हुए घुटने के साथ पूरा 2015 विश्वकप खेले थे मोहम्मद शमी
स्टार भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने दावा किया है कि उन्होंने पूरा 2015 विश्वकप फ्रैक्चर घुटने के साथ खेला था। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने खुलासा किया है कि वह भारत के मैचों के पूरा होने के बाद चलने में भी असमर्थ थे। भारतीय टीम को टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में हार मिली थी। शमी ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था और 17 विकेट चटकाए थे।
शानदार रहा था 2015 विश्वकप में शमी का प्रदर्शन
दर्द के बावजूद शमी ने भारत के लिए दृढ़ता दिखाई और लगातार डटे रहे। उन्होंने कुल 17 विकेट हासिल किए और भारत के लिए सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले उमेश यादव (18) से एक विकेट ही पीछे रहे। शमी ने 17.29 की औसत से विकेट लिए और उनका बेस्ट 4/35 रहा। 2015 विश्वकप का आयोजन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुआ था। मिचेल स्टार्क और ट्रेंट बोल्ट 22-22 विकेट लेकर सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे।
मैच के बाद चल भी नहीं पाता था- शमी
शमी ने उस समय को याद करते हुए बताया कि वह मैच के बाद चल भी नहीं पाते थे। इरफान पठान के साथ लाइव इंस्टाग्राम चैट में शमी ने कहा, "2015 विश्वकप के दौरान मेरे घुटने में चोट लगी थी। चोट के साथ मैंने पूरे टूर्नामेंट में जितने मैच खेले थे उनकी समाप्ति के बाद मैं चल भी नहीं पाता था। मैं 2015 विश्वकप केवल इसलिए खेल पाया क्योंकि टीम के फिजियो नितिन पटेल को मुझमें काफी भरोसा था।"
पहले मैच में ही टूट गया था घुटना- शमी
शमी ने आगे बताया कि उनका घुटना पहले मैच में ही चोटिल हो गया था। उन्होंने कहा, "घुटना पहले मैच में ही टूट गया था। मेरी जांघ और मेरे घुटने का आकार बराबर हो गया था। डॉक्टर रोजाना उसमें से पानी निकालते थे। मैं तीन दर्द निवारक लेता था।" शमी ने यह भी कहा कि कप्तान एमएस धोनी और टीम मैनेजमेंट ने उन्हें काफी सपोर्ट किया और इसी कारण वह पूरा टूर्नामेंट खेल सके थे।
सेमीफाइनल के दौरान टीम मैनेजमेंट ने दिखाया पूरा भरोसा- शमी
शमी ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से पहले मैंने टीम से कहा कि मैं अब और दर्द नहीं सहन कर पाउंगा। माही भाई और टीम मैनेजमेंट ने मेरे ऊपर भरोसा दिखाया और उन्होंने मेरी क्षमता पर संदेह नहीं किया।" उन्होंने यह भी कहा कि कैसे धोनी ने उन्हें मैच के दौरान मैनेज करने को कहा था और यह भी कहा था कि 60 से अधिक रन मत देना।
2019 विश्वकप में भी शानदार था शमी का प्रदर्शन
शमी ने खुद को वनडे और टेस्ट में दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक बनाया है। 77 वनडे में उन्होंने 144 विकेट हासिल किए हैं। 2019 विश्वकप में भी उन्होंने केवल चार मैचों में 14 विकेट हासिल किए थे।