रणजी ट्रॉफी 2021-22: फाइनल में मुंबई को हराकर मध्य प्रदेश बना चैंपियन, पहली बार जीता खिताब

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी 2021-22 के फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश ने मुंबई को छह विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया है। मैच के पांचवे दिन जीत के लिए मिले 108 रनों के लक्ष्य को मध्य प्रदेश ने हिमांशु मंत्री (37) की बदौलत हासिल किया। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहली बार मध्य प्रदेश चैंपियन बनी है जबकि दूसरी तरफ मुंबई अपना 42वें खिताब से चूक गई। फाइनल मुकाबले पर नजर डालते हैं।
पहली पारी में मुंबई ने सरफराज खान के शतक (134) की मदद से 374 का स्कोर बनाया। जवाब में मध्य प्रदेश ने हिमांशु शर्मा (116), यश दुबे (133) और रजत पाटीदार (122) के शतकों की बदौलत 536 रन बनाकर 162 रनों की बढ़त हासिल की। वहीं मुंबई ने अपनी दूसरी पारी में सुवेद पारकर के अर्धशतक (51) से 269 रन बनाए। जीत के लिए मिले छोटे से लक्ष्य को मध्य प्रदेश ने सफलतापूर्वक हासिल किया।
चंद्रकांत पंडित की कप्तानी में मध्य प्रदेश ने अपना पिछला फाइनल (1999) खेला था और टीम उपविजेता रही थी। दिलचस्प ये है कि पंडित मध्य प्रदेश की मौजूदा टीम के कोच हैं और उनकी टीम पहली बार खिताब जीती है।
इस सीजन में मुंबई के सरफराज खान सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने केवल छह मैचों की नौ पारियों में 122.75 की अविश्वसनीय औसत से 982 रन बनाए। यह लगातार दूसरा सीजन है जब सरफराज ने 900 से अधिक रन बनाए हैं। मध्य प्रदेश के रजत पाटीदार ने 658 रन बनाए। वहीं नागालैंड के चेतन बिष्टा (623) और मध्य प्रदेश के यश दुबे (614) इस सूची में अन्य हैं।
गेंदबाजी में मुंबई के शम्स मुलानी ने पूरे सीजन में दमदार गेंदबाजी की। बाएं हाथ के स्पिनर मुलानी ने छह मैचों में 45 विकेट लिए। इस बीच उन्होंने छह, फाइव विकेट हॉल लिए। वहीं मध्य प्रदेश के कुमार कार्तिकेय ने 21.00 की औसत से 32 विकेट चटकाए और अपनी टीम को खिताब जिताने में अहम योगदान दिया। झारखंड के शाहबाज नदीम (25) इस सूची में तीसरे स्थान पर रहे।
मध्य प्रदेश ने एलीट ग्रुप-A में गुजरात और मेघालय के खिलाफ जीत दर्ज की थी। इसके अलावा मध्य प्रदेश ने केरल के खिलाफ ड्रा खेलकर नॉकऑउट स्टेज में अपनी जगह सुनिश्चित की थी। क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश ने पंजाब को 10 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया। सेमीफाइनल में मध्य प्रदेश ने बंगाल को 174 रनों से हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया था।
एलीट ग्रुप-D में शीर्ष पर रहते हुए मुंबई ने क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश किया था। मुंबई ने अपने ग्रुप मैच में गोवा और उड़ीसा को हराया जबकि सौराष्ट्र के खिलाफ ड्रा खेला था। पृथ्वी शॉ की कप्तानी में मुंबई ने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उत्तराखंड को 725 रनों से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। सेमीफाइनल में मुंबई ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ ड्रा खेला था। लेकिन पहली पारी में बनाई बढ़त के आधार पर फाइनल में प्रवेश किया था।