रणजी ट्रॉफी 2021-22: पहले सेमीफाइनल में मध्य प्रदेश ने बंगाल को हराया, फाइनल में किया प्रवेश
रणजी ट्रॉफी 2021-22 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश ने बंगाल को 174 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश किया है। जीत के लिए मिले 350 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बंगाल मैच के आखिरी दिन अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 175 पर ही सिमट गई। मध्य प्रदेश लगभग दो दशक के बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। दूसरी तरफ गत उपविजेता रही बंगाल का अभियान सेमीफाइनल में खत्म हो गया है।
ऐसा रहा रोचक मुकाबला
मध्य प्रदेश ने पहली पारी में हिमांशु मंत्री (165) के शतक की बदौलत 341 रन बनाए। जवाब में बंगाल मनोज तिवारी (102) और शहबाज अहमद (116) के शतकों के बावजूद 273 रन ही बना सका। बढ़त बनाने वाली मध्य प्रदेश ने अपनी दूसरी पारी में रजत पाटीदार (79) और आदित्य श्रीवास्तव (82) के अर्धशतकों से 281 रन बनाकर विपक्षी टीम को बड़ा लक्ष्य दिया। जवाब में कुमार कार्तिकेय की घातक गेंदबाजी (5/67) के सामने बंगाल 175 पर ढेर हो गया।
23 साल बाद फाइनल में पहुंचा मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश ने 1999 के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में क्वालीफाई किया है। अब 22 जून से होने वाले फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश का सामना मुंबई से होना है।
हिमांशु और कार्तिकेय ने जीत में अहम योगदान दिया
मध्य प्रदेश के विकेटकीपर बल्लेबाज हिमांशु ने पहली पारी में 327 गेंदों में 165 रन बनाए। उन्होंने अपनी शतकीय पारी में 19 चौके और एक छक्का लगाया। हालांकि, वह दूसरी पारी में कुछ कमाल नहीं कर सके और 21 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें शानदार बल्लेबाजी के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया। दूसरी तरफ गेंदबाजी में कार्तिकेय सिंह ने कुल आठ विकेट (3/61 और 5/67) लेकर जीत में अहम भूमिका निभाई।
मौजूदा सीजन में मध्य प्रदेश का सफर
मध्य प्रदेश ने एलीट ग्रुप-A में गुजरात और मेघालय के खिलाफ जीत दर्ज की थी। इसके अलावा मध्य प्रदेश ने केरल के खिलाफ ड्रा खेलकर नॉकऑउट स्टेज में अपनी जगह सुनिश्चित की थी। क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश ने पंजाब को 10 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया। बता दें मध्य प्रदेश अब तक रणजी ट्रॉफी का खिताब नहीं जीत सका है, ऐसे में आदित्य श्रीवास्तव की कप्तानी में इस बार टीम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
चंद्रकांत पंडित की कप्तानी में मध्य प्रदेश ने अपना पिछला फाइनल (1999) खेला था और टीम उपविजेता रही थी। दिलचस्प ये है कि पंडित मध्य प्रदेश की मौजूदा टीम के कोच हैं और उनकी टीम एक बार फिर खिताब के लिए चुनौती पेश करेगी।