जानिए चैंपियंस ट्रॉफी का इतिहास और टूर्नामेंट से जुड़ी हुई अन्य सभी जानकारी
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने हाल ही में ऐलान किया कि चैंपियंस ट्रॉफी का अगला संस्करण मेजबान पाकिस्तान में और हाइब्रिड मॉडल के तहत खेला जाएगा। साल 2017 के बाद ICC के इस प्रमुख टूर्नामेंट की वापसी होने जा रही है। बता दें कि आखिरी बार पाकिस्तान ने फाइनल में भारत को हराते हुए ये खिताब जीता था। आइए चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास और इससे जुड़े अन्य प्रमुख आंकड़ों के बारे में जानते हैं।
1998 में खेला गया था उद्घाटन संस्करण
वनडे विश्व कप का पहला संस्करण 1975 में खेला गया था, जबकि चैंपियंस ट्रॉफी का उद्घाटन संस्करण 1998 में किया गया था। ICC ने इस टूर्नामेंट का आयोजन टेस्ट नहीं खेल पाने वाले देशों में खेल के विकास के लिए किया गया था। यही कारण था कि पहले संस्करण की मेजबानी बांग्लादेश ने की और दक्षिण अफ्रीका ने खिताब जीता था। पहले इस टूर्नामेंट का नाम ICC नॉकऑउट ट्रॉफी होता था, जो 2002 से चैंपियंस ट्रॉफी हो गया था।
राउंड रॉबिन प्रारूप में खेला जाता है ये टूर्नामेंट
1998 और 2000 में खेले गए शुरुआती 2 संस्करणों में 8 टीमों के बीच सीधे नॉकआउट मैच हुए थे। हालांकि, तीसरे संस्करण से इसमें बदलाव हुए। 2009 से, इस टूर्नामेंट में 8 टीमें राउंड-रॉबिन प्रारूप में 2 ग्रुप में बंटी होती है, जिसमें प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष-2 टीमें सेमीफाइनल में खेलती हैं। टूर्नामेंट के वर्तमान प्रारूप में कुल 15 मैच खेले जाते हैं, जिसमें टूर्नामेंट लगभग ढाई सप्ताह तक चलता है।
अब तक खेले जा चुके हैं कुल 8 संस्करण
अब तक कुल 8 संस्करण खेले जा चुके हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 2006 और 2009 में ट्रॉफी अपने नाम की थी। भारत भी 2 बार चैंपियन बना है, लेकिन दोनों बार उसे पूर्ण चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त नहीं हुआ। 2013 में भारतीय टीम विजेता रही थी लेकिन 2002 में उसे श्रीलंका के साथ खिताब साझा करना पड़ा था। वहीं पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज ने एक-एक बार खिताब पर कब्जा जमाया है।
इन बल्लेबाजों ने बनाए हैं सर्वाधिक रन
चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड क्रिस गेल के नाम पर दर्ज है। पूर्व कैरेबियाई बल्लेबाज ने 17 मैचों में 52.73 की औसत के साथ 791 रन बनाए, जिसमें 3 शतक शामिल थे। महेला जयवर्धने ने 22 मैचों में 41.22 की औसत के साथ 742 रन बनाए थे। उन्होंने 5 अर्धशतक लगाए थे। शिखर धवन इस सूची में तीसरे स्थान पर है, जिन्होंने 77.88 की औसत से 701 रन बनाए थे।
इन गेंदबाजों ने चटकाए सर्वाधिक विकेट
न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज काइल मिल्स इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 15 मैचों में 17.25 की औसत से 28 विकेट लिए थे। श्रीलंका के लसिथ मलिंगा ने 30.64 की औसत से 25 विकेट अपने नाम किए थे। मुथैया मुरलीधरन ने 20.16 की औसत से 24 विकेट चटकाए थे। भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो रविंद्र जडेजा ने 10 मैचों में 25.18 की औसत से 16 विकेट लिए थे।