
हितों के टकराव मामले में कोहली के खिलाफ होगी जांच
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की पोजीशन पर संजीव गुप्ता ने एथिक्स ऑफिसर डीके जैन को मेल लिखकर सवाल खड़े किए हैं।
उन्हें लगता है कि यह लोढ़ा पैनल द्वारा सुझाए गए और सुप्रीम कोर्ट द्वारा मंजूर किए गए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नए संविधान का उल्लंघन है।
डीके जैन का कहना है कि वह मामले की जांच करेंगे और सही पाए जाने पर कोहली से प्रतिक्रिया लेंगे।
मेल
अपने मेल में गुप्ता ने उठाया यह मुद्दा
गुप्ता द्वारा लिखे गए मेल में दो कंपनियों में कोहली के मालिकाना हक पर सवाल उठाए गए हैं।
उन्होंने विराट कोहली स्पोर्ट्स एलएलपी कंपनी में कोहली की संलिप्तता पर प्रकाश डाला है और इस कंपनी में कोहली के अलावा अमित अरुण सजदेह भी डॉयरेक्टर हैं।
गुप्ता ने CORNERSTONE VENTURE PARTNERS LLP कंपनी का नाम भी सामने लाया और इसमें भी कोहली के अलावा अमित अरुण सजदेह और बिनॉय भारत खिम्जी डॉयरेक्टर्स हैं।
मांग
कोहली एक पद छोड़ें- गुप्ता
गुप्ता के मुताबिक कोहली एक समय में दो या उससे ज़्यादा पद पर होकर BCCI के 38(4) नियम का उल्लंघन कर रहे हैं जिसे सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने मंजूर किया है।
उन्होंने एथिक्स ऑफिसर से गुहार लगाई है कि वह आदेश दें कि कोहली अपने एक पोस्ट को छोड़ दें।
उन्होंने इसके लिए 21-08-2018 को बने BCCI संविधान के नियम 38(4) का हवाला भी दिया है।
जैन की प्रतिक्रिया
शिकायत मिली है, करूंगा मामले की जांच- एथिक्स ऑफिसर
पिछले महीने ही डीके जैन का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया गया था और उन्होंने कहा है कि वह कोहली के खिलाफ मिली शिकायत की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने PTI से कहा, "मुझे एक शिकायत मिली है। मैं इसकी जांच करूंगा और देखूंगा कि क्या मामला सही है अथवा नहीं। यदि मामला सही होता है तो फिर मुझे कोहली को प्रतिक्रिया देने का एक मौका देना होगा।"
शिकायत की वजह
व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं कर रहा ऐसा- गुप्ता
गुप्ता ने यह भी साफ किया कि उनकी शिकायत के पीछे उनका कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं है।
उन्होंने लिखा, "प्रत्येक वैधानिक शिकायत करने के पीछे मेरा पूर्ण रूप से स्वच्छ सोच यही है कि लोढ़ा कमेटी और सुप्रीम कोर्ट द्वारा मंजूर किए गए BCCI संविधान को 100 प्रतिशत लागू कराया जाए और इसमें मेरा कोई व्यक्तिगत एजेंडा या लाभ नहीं है। मैं किसी भी व्यक्तिगत लाभ से कोई मतलब नहीं रखता हूं।"
नियम
क्या है हितों का टकराव?
अगस्त 2018 में लागू की गई BCCI की नई संविधान के मुताबिक एक समय पर एक व्यक्ति केवल एक ही पद पर रह सकता है।
एक समय पर दो पद संभालने से हितों के टकराव का मामला होगा।
पुराने मामलों की बात करें तो सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली को पिछले साल विश्वकप के दौरान तलब किया गया था।
इन्हें IPL में अपने रोल या फिर कमेंट्री में से एक चुनने को कहा गया था।