पैरा एशियाई खेलों में खेलेगा उरी हादसे में पैर गंवाने वाला भारतीय जवान, जानिए उनकी कहानी
क्या है खबर?
"अब हवाएं ही करेंगी रोशनी का फैसला, जिस दीये में होगी जान वो दीया रह जाएगा।" मशहूर शायर महशर बदायुनी की इन पंक्तियों को आत्मसात किया है भारतीय सेना में जवान रहे सोमेश्वर राव ने।
सोमेश्वर ने 2013 में जम्मू कश्मीर के उरी में हुए विस्फोट में अपना बायां पैर गंवा दिया था। उसके बाद भी उन्होंने जिंदगी से हार नहीं मानी और अब पैरा एशियन गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे।
आइए उनकी पूरी कहानी जानते हैं।
पृष्ठभूमि
सोमेश्वर के साथ कैसे हुआ था यह दर्दनाक हादसा?
सोमेश्वर साल 2011 में भारतीय सेना की 11 मद्रास रेजिमेंट में शामिल हुए थे।
उन्हें देश के बेहतरीन सैनिकों से बनी एक प्रतिष्ठित यूनिट प्लाटून में शामिल किया गया था।
घटना वाले दिन को याद करते हुए सुमेश्वर ने कहा, "खाई में एक बारूदी सुरंग फट गई थी। एक दिन पहले हम वहां निरीक्षण करने गए तो कुछ नहीं हुआ, लेकिन अगली सुबह मेरा पैर एक बारूदी सुरंग पर पड़ गया और फिर जो हुआ वह आपके सामने है।"
मौत
हादसे के बाद खुदकुशी करने जा रहे थे सोमेश्वर
साल 2013 में इलाज के दौरान सोमेश्वर इतना परेशान हो गए कि उन्होंने मन में खुदकुशी करने की ठान ली और हाथ में ब्लेड लेकर बाथरूम की तरफ चले गए। उसी दौरान आए एक फोन कॉल ने उनकी जान बचा ली। वह फोन उनकी मां का था।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में सोमेश्वर ने कहा, "जब मैंने अपनी मां की आवाज सुनी तो मैं रोने लगा और बेहोश हो गया। उसके बाद अगले 10 दिन तक ICU में रहा।"
किस्मत
एक इंसान ने बदल दी सोमेश्वर की पूरी जिंदगी
सोमेश्वर ने खुद से वादा तो कर लिया था कि वह फिर कभी इस तरह के विचार मन में नहीं लाएंगे, लेकिन वह घुट-घुट कर जी रहे थे।
अचानक उनकी जिंदगी में सेना के पैरा ट्रायथलीट लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव दत्ता आए और उनके जीवन को एक नया उद्देश्य मिल गया।
कर्नल दत्ता से उनकी मुलाकात पुणे के आर्टिफिशियल लिंब सेंटर में हुई थी। सोमेश्वर ने ब्लेड-रनर के रूप में शुरुआत की, लेकिन बाद में लंबी कूद प्रतियोगिता में चले गए।
खेल
अब भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे सोमेश्वर
सोमेश्वर इस साल के अंत में हांग्जो में होने वाले पैरा एशियाई गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
22 से 28 अक्टूबर के पैरा एशियाई गेम्स में सोमेश्वर सहित सोलाई राज और उन्नी रेनू भी जम्पर होंगे।
जसबीर सिंह और अजय कुमार 400 मीटर स्पर्धा में भाग लेंगे। शॉट पुट इवेंट में होकाटो सेमा, सोमन राणा और वीरेंद्र नजर आएंगे।
इन सभी खिलाड़ियों को कर्नल दत्ता ने ही नई दिशा देकर तैयार किया है।।
जानकारी
पहले भी स्वर्ण पदक हासिल कर चुके हैं सोमेश्वर
विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स 2022 के दौरान सोमेश्वर पुरुषों की लंबी कूद स्पर्धा के फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल कर चुके हैं। साल 2017 में सेना के पैरालंपिक नोड की स्थापना हुई थी। सोमेश्वर उसी का हिस्सा हैं।