भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: मजबूत स्थिति में पहुंची भारतीय टीम, ऐसा रहा तीसरे दिन का खेल
भारतीय महिला क्रिकेट टीम और दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले जा रहे एकमात्र टेस्ट मैच में भारतीय टीम की स्थिति मजबूत हो गई है। दूसरी पारी में फॉलोऑन खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका के 2 बल्लेबाज 232 रन पर आउट हुए हैं। अभी भी टीम 105 रन से पीछे है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट (93*) और मैरिजान कप्प (15*) रन बनाकर नाबाद हैं। आइए तीसरे दिन के खेल पर नजर डालते हैं।
तीसरे दिन का लेखा-जोखा
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट खोकर 236 रन बनाए थे। तीसरे दिन यह पारी सिर्फ 266 रन पर खत्म हो गई। भारत के लिए स्नेह राणा ने 8 विकेट झटके और दीप्ति शर्मा ने 2 विकेट अपने नाम किए। भारतीय टीम ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को फॉलोऑन खेलने के लिए बुलाया। सुने लुस (109) और वोल्वार्ड्ट (93*) की शानदार पारियों की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन मैच में बनी रहीं।
ऐसी रही राणा की गेंदबाजी
राणा ने 33 रन कुल स्कोर पर कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट (20) को आउट कर अपने विकेटों का खाता खोला। इसके बाद उन्होंने एनेके बॉश (39), कप्प (74), डेल्मी टकर (0), नादिन डी क्लर्क (39), सिनालो जाफ्ता (0), मसाबाता क्लास (1) और नॉनकुलुलेको म्लाबा (2) को भी अपना शिकार बनाया। राणा ने 25.3 ओवर में 4 मेडन के साथ केवल 77 रन खर्च किए। वह महिला टेस्ट की पहली पारी में 8 विकेट चटकाने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बनी हैं।
ऐसा करने वाली पहली भारतीय बनीं राणा
राणा महिला टेस्ट की पहली पारी में 8 विकेट चटकाने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बनी हैं। इसी तरह राणा महिला टेस्ट की एक पारी में 8 विकेट चटकाने वाली तीसरी गेंदबाज बनी हैं। उनसे पहले भारत की पूर्व गेंदबाज नीतू डेविड ने 1995 में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ 53 रन देकर 8 विकेट चटकाए थे। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया की एश्ले गार्डनर ने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ ही 8/66 के आंकड़े दर्ज किए थे।
दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
राणा का यह प्रदर्शन महिला टेस्ट में भारत की ओर से एक पारी में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी हैं। उन्होंने 25.3 ओवर में 77 रन देकर ये सफलताएं अर्जित की हैं। इस मामले में नीतू डेविड (8/53 बनाम इंग्लैंड, 1995) पहले पायदान पर हैं। इसी सूची में गार्गी बनर्जी (6/9 बनाम न्यूजीलैंड, 1985) तीसरे, डायना एडुल्जी (6/64 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1984) चौथे और शुभांगी कुलकर्णी (6/99 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1977) 5वें पायदान पर हैं।
सुने लुस ने टेस्ट क्रिकेट में लगाया अपना पहला शतक
लुस ने 179 गेंद का सामना करते हुए अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया। उनके बल्ले से 18 चौके निकले। वह 203 गेंद में 109 रन बनाकर हरमनप्रीत कौर की गेंद पर आउट हुईं। उनकी स्ट्राइक रेट 53.69 की रही। मैच में फॉलोऑन खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका के लिए लुस ने एक साहसिक पारी खेली है। उन्होंने 3 टेस्ट खेले हैं और 40.33 की औसत से 242 रन बनाने में कामयाब रही हैं।