FIFA अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा भारत, जानें टूर्नामेंट का इतिहास और जरूरी बातें
शुक्रवार को फीफा के प्रेसीडेंट जियानी इन्फैंटिनो ने अमेरिका में हुई काउंसिल मीटिंग में घोषणा की कि 2020 में होने वाले अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत करेगा। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने फीफा की कई एज ग्रुप टूर्नामेंट्स के लिए बिड करने की मंशा जाहिर की थी और वह एक टूर्नामेंट की मेजबानी हासिल करने में सफल रहे हैं। इसके बाद भी भारत अन्य फीफा इवेंट्स के लिए लगातार बिड करता रहेगा।
भारतीय टीम को मिलेगी सीधी एंट्री
वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाले देश को फीफा वर्ल्ड कप में खेलने के लिए सीधी एंट्री दी जाती है। भारतीय महिला टीम को भी वर्ल्ड कप में खेलने के लिए सीधी एंट्री दी जाएगी। फुटबॉल के महाकुंभ में खेलने के लिए भारत के पास यह शानदार मौका है। अब तक भारतीय महिला टीम कभी भी वर्ल्ड कप में नहीं खेल सकी है और यह उनके लिए काफी ऐतिहासिक लम्हा होगा।
ऑफिशियल घोषणा
2017 में की थी अंडर-17 पुरुष वर्ल्ड कप की मेजबानी
2017 में ही भारत ने अपना पहला फीफा इवेंट होस्ट करके इतिहास रच दिया था। अंडर-17 पुरुष वर्ल्ड कप की मेजबानी करने के लिए भारतीय टीम को पहली बार फीफा वर्ल्ड कप खेलने का भी मौका मिला था। भारतीय टीम ने कई मजबूत टीमों के खिलाफ उतरते हुए अपने तीनों मुकाबलों में ही शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन उन्हें एक भी मुकाबले मेें जीत हासिल नहीं हुई थी।
2008 में शुरु हुआ था अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप
फीफा ने अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप की शुरुआत 2008 में की थी। यह टूर्नामेंट दो साल में एक बार खेला जाता है। नॉर्थ कोरिया दो बार खिताब जीत चुकी है और टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम रही है।
2018 में स्पेन बनी थी चैंपियन
13 नवंबर से 1 दिसंबर, 2018 तक उरुग्वे में खेले गए फीफा अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप में नॉर्थ कोरिया ने डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में शुरुआत की थी। हालांकि, क्वार्टर-फाइनल में स्पेन ने उन्हें नॉकआउट कर दिया और फिर फाइनल में स्पेन का सामना मैक्सिको से हुआ। फाइनल मुकाबले में 2-1 से जीत हासिल करके स्पैनिश टीम ने अपना पहला फीफा अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप खिताब जीता था। 2020 में स्पेन अपने खिताब को बचाने की भरपूर कोशिश करेगी।