ISL 2018-19: इस सीजन के टॉप भारतीय डिफेंसिव मिडफील्डर्स पर एक नजर
फुटबॉल के गेम में मिडफील्डर्स का नाम भले ही स्कोरिंग चार्ट पर बेहद कम दिखते हों लेकिन सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण इनका ही खेल होता है। यदि बात डिफेंसिव मिडफील्डर्स की जाए तो यह और भी महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। फील्ड के बीच में यह विपक्षी के अटैक को तोड़कर अपने डिफेंस की मदद करते हैं और अटैक में फारवर्ड लाइन की भी मदद करते हैं। आइये एक नजर डालते हैं ISL में खेल रहे टॉप भारतीय डिफेंसिव मिडफील्डर्स पर।
ATK के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं प्रोणय
ATK के लिए खेलने वाले 25 वर्षीय प्रोणय हल्दर को भारत के बेस्ट डिफेंसिव मिडफील्डर में से एक के रूप में जाना जाता है। पिछले सीजन FC गोवा के साथ सेमीफाइनल तक का सफऱ तय करने वाले प्रोणय का प्रदर्शन इस साल भी शानदार रहा है। 12 मुकाबले खेलने वाले प्रोणय ने 550 से ज़्यादा टच और 450 पास किए हैं। उनके लगभग 70 प्रतिशत पास सटीक भी रहे हैं। प्रोणय गेम को बेहतरीन तरीके से समझते हैं।
हर अटैक को तोड़ने की क्षमता रखने वाला खिलाड़ी
2014 में ISL का पहला सीजन दिल्ली के लिए खेलने वाले आदिल को गंभीर चोट की वजह से लगातार दो सीजन मिस करने पड़े थे। हालांकि, पिछले सीजन FC पुणे सिटी ने उन्हें खरीदा और उनका प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा। आदिल के पास हर अटैक को तोड़ने की क्षमता है, साथ ही वह गोल भी दाग सकते हैं। इस सीजन आदिल ने 550 से ज़्यादा टच और लगभग 71 प्रतिशत सटीक पासिंग के साथ लगभग 400 पास किए हैं।
भारत के बेस्ट डिफेंसिव मिडफील्डर
राउलिन बोर्गेस भारतीय फुटबॉल टीम और ISL में नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के लिए मुख्य खिलाड़ी हैं। राउलिन कभी भी टैकल करने में डरते नहीं है। उनके जितना बेहतरीन होल्डिंग और सटीक पासिंग वाला खिलाड़ी शायद ही भारत में होगा। इस सीजन राउलिन ने 950 से ज़्यादा टच किए हैं। दो गोल और दो असिस्ट भी कर चुके राउलिन ने लगभग 83 प्रतिशत सटीक पासिंग करते हुए 800 से ज़्यादा पास किए हैं।
अपनी क्लास दिखा रहे हैं लेन्नी
पिछले सीजन बेंगलुरु FC के लिए खेलने वाले लेन्नी रोड्रिगेज इस सीजन के लिए अपने होमटाउन लौट आए थे। FC गोवा के लिए इस सीजन उन्होंने अपनी क्लास दिखाई है। पिछले सीजन भी शानदार प्रदर्शन करने वाले लेन्नी ने इस सीजन और भी कमाल का प्रदर्शन किया है। 900 से ज़्यादा टच करने वाले लेन्नी ने इस सीजन 700 से ज़्यादा पास भी किए हैं। एक असिस्ट करने वाले लेन्नी के लगभग 86 प्रतिशत पास सटीक रहे हैं।