#Alvida2018: साल 2018 में भारतीय फुटबॉल की इन घटनाओं ने खूब बटोरी सुर्खियां
क्या है खबर?
भारत में फुटबॉल की दशा धीरे-धीरे सुधर रही है लेकिन फिर भी अभी हम उस मुकाम पर नहीं पहुंचे हैं जहां हम संतुष्ट हो सकें।
कुछ चीजें सही हुई हैं तो कुछ चीजें भारतीय फुटबॉल के भविष्य के लिए काफी ज़्यादा खराब।
2018 में भारतीय फुटबॉल ने काफी सुर्खियां बटोरी लेकिन ज़्यादातर मौकों पर इसके पीछे का कारण नकारात्मक ही था।
एक नजर साल 2018 की उन चार बड़ी खबरों पर जिन्होंने सबसे ज़्यादा सुर्खियां बटोरी।
सुनील छेत्री
सुनील छेत्री का अपील वीडियो
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने 2 जून, 2018 को एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने लोगों से स्टेडियम आने की अपील की थी।
देखते-देखते यह वीडियो वायरल हो गया और देश की बड़ी सेलीब्रिटियों ने सुनील के वीडियो को समर्थन देना शुरु कर दिया।
छेत्री के उस ट्विटर पोस्ट को 60 हजार लोगों ने रिट्वीट किया और लाखों लोगों ने उसे लाइक किया।
वीडियो को 10 लाख से ज़्यादा लोगों ने देखा।
ट्विटर पोस्ट
छेत्री द्वारा किया गया ट्वीट
This is nothing but a small plea from me to you. Take out a little time and give me a listen. pic.twitter.com/fcOA3qPH8i
— Sunil Chhetri (@chetrisunil11) June 2, 2018
धीरज सिंह मोइरंगथेम
धीरज का मदरवेल के साथ ट्रेनिंग
अंडर-17 फीफा विश्व कप में शानदार प्रदर्शन वाले धीरज सिंह ने जनवरी 2018 में केरला ब्लास्टर्स के साथ तीन सप्ताह ट्रेनिंग की।
उसके बाद धीरज स्काटलैंड के क्लब मदरवेल FC चले गए जहां लगभग चार महीनों तक उन्होंने ट्रेनिंग ली।
खबरें आई थीं कि स्कॉटिश क्लब ने धीरज को तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट भी ऑफर किया था।
हालांकि वर्क परमिट नहीं मिलने के कारण धीरज को वापस भारत लौटना पड़ा लेकिन उनका यह सफर सुर्खियों में बना रहा।
गौरव मुखी
गौरव मुखी की उम्र का फ्रॉड
झारखंड के फुटबॉल प्लेयर गौरव मुखी को ISL टीम जमशेदपुर FC ने इस सीजन के लिए खरीदा था।
गौरव ने जब अपना पहला गोल दागा तो उन्हें ISL इतिहास का सबसे युवा गोलस्कोरर बता दिया गया।
कहा जा रहा था कि गौरव की उम्र 16 साल है लेकिन फैंस ने सोशल मीडिया पर इसको लेकर काफी सवाल किए।
जांच में पता चला कि गौरव ने अपनी वास्तविक उम्र छिपाई थी और उन्हें छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया।
आइ-लीग
स्टार स्पोर्ट्स ने किया आइ-लीग न दिखाने का फैसला
आइ-लीग 21 सालों से भारत की टॉप लीग है लेकिन लगातार लीग के साथ भेदभाव किया जाता रहा है।
स्टार स्पोर्ट्स ने आइ-लीग मैचों के प्रसारण अधिकार खरीदे थे लेकिन अब उनका कहना है कि वे इसे टीवी पर प्रसारित नहीं करेंगे।
इस प्रकार लीग के 30 से ज़्यादा मुकाबलों का टीवी प्रसारण नहीं हो सकेगा।
आइ-लीग क्लबों के मालिकों ने सोशल मीडिया पर जंग छेड़ दी है जिसमें उन्हें इंडियन फुटबॉल फैंस का भी सहयोग मिल रहा है।
ट्विटर पोस्ट
आइ-लीग को बर्बाद किया जा रहा है- रंजीत बजाज
AIFF And The Fsdl Are Coluding In Order To Destroy The I-League- Ranjit Bajaj https://t.co/wjA64s5T7a #SaveILeagueSaveIndianFootball
— Ranjit Bajaj (@THE_RanjitBajaj) January 1, 2019