WTC फाइनल से पहले ICC ने सॉफ्ट सिग्नल समेत बदले ये नियम
क्या है खबर?
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के दूसरे चक्र का फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून, 2023 से होना है। इस खिताबी मुकाबले से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने सॉफ्ट सिग्नल के नियम को खत्म कर दिया है। इसके अलावा भी ICC ने कुछ अन्य नियमों में बदलाव किए हैं।
बता दें कि ये नए नियम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1 जून, 2023 से लागू होने हैं।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
बयान
सॉफ्ट सिग्नल अनावश्यक थे- गांगुली
सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली ICC की क्रिकेट समिति की सॉफ्ट सिग्नल को समाप्त करने की सिफारिशों को आधिकारिक मंजूरी मिल गई है।
ICC के मुताबिक, इस नियम को लेकर गांगुली ने कहा, "मैदानी अंपायर कोई भी फैसला लेने से पहले टीवी अंपायर से सलाह लेंगे। समिति ने इस पर विस्तार से विचार किया और आखिर में निष्कर्ष निकाला कि सॉफ्ट सिग्नल अनावश्यक थे और कई बार भ्रमित करने वाले थे।"
नियम
क्या होता है सॉफ्ट सिग्नल?
ये दरअसल संदिग्ध कैच से जुड़ा नियम है। जब कैच को लेकर मैदानी अंपायर आश्वस्त न हो तो वह तीसरे अंपायर के पास जाता है।
हालांकि, इससे पहले मैदानी अंपायर को अपना फैसला सुनाना पड़ता है। इसे ही सॉफ्ट सिग्नल कहते हैं।
इस नियम में मैदानी अंपायर का फैसला तभी बदलता है जब तीसरे अंपायर को कोई पुख्ता सबूत मिले।
सॉफ्ट सिग्नल के तहत मैदानी अंपायर जो फैसला करता है, पुख्ता सबूत नहीं मिलने पर वही फैसला मान्य होता है।
हेल्मेट
इन मौकों पर हेल्मेट पहनना हुआ अनिवार्य
नए नियमों के मुताबिक, खिलाड़ियों को कुछ मौकों पर हेल्मेट पहनना जरूरी होगा।
जब विकेटकीपर स्टम्प्स के करीब विकेटकीपिंग करेगा, तो हेल्मेट अनिवार्य होगा।
इसके अलावा जब बल्लेबाज तेज गेंदबाजों का सामना करेगा, तो भी हेल्मेट जरूरी होगा।
वहीं जब कोई फील्डर बल्लेबाज के नजदीक (विकेटों के आगे) फील्डिंग करेगा, तो उन्हें भी हेल्मेट पहनना आवश्यक होगा।
गांगुली ने कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये निर्णय लिए गए हैं।
फ्री हिट
फ्री हिट के नियम में भी बदलाव
ICC ने फ्री हिट नियम में एक मामूली सा बदलाव किया गया है।
नए नियमों के मुताबिक, जब गेंदबाज द्वारा की गई फ्री हिट पर कोई बल्लेबाज बोल्ड (बिना बल्ला लगाए हुए) हो जाता है और इस बीच कुछ रन मिल जाते हैं, तो यह बल्लेबाज के खाते में गिने जाएंगे।
इससे पहले पुराने नियमों के अनुसार, ये रन अतिरिक्त रनों में जोड़ लिए जाते थे। अब इसका फायदा बल्लेबाजों को मिलेगा।