खिलाड़ियों की सुरक्षा के मद्देनजर बाउंसर संबंधित नियमों की समीक्षा कर सकता है MCC
क्या है खबर?
पिछले कुछ समय में शार्ट पिच गेंदबाजी के अधिक प्रयोग से क्रिकेट में कन्कशन के मामले बढ़े हैं। इनके अलावा डिसिजन रिव्यु सिस्टम (DRS) के दौरान अम्पायर्स कॉल भी विवादित रहा है। इन नियमों में बदलाव की मांग भी उठती रही है।
इस बीच क्रिकेट के नियम बनाने वाले मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) की मीटिंग में भी इनके बारे में चर्चा शुरू हो गई है।
आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
बयान
शॉर्ट पिच गेंदबाजी के नियमों पर नजर रखे जाने की जरूरत- MCC
MCC ने बयान जारी कर कहा, "खेल के कानून के संरक्षक के रूप में MCC का कर्तव्य है कि सभी नियम सुरक्षित ढंग से लागू किए जाएं। पिछले कुछ सालों में खेलों में कन्कशन के मामले बढ़े हैं। ऐसे में शॉर्ट पिच गेंदबाजी के नियमों पर नजर रखे जाने की जरूरत है। इसके तहत यह देखने की जरूरत है कि क्या जूनियर क्रिकेट में शॉर्ट पिच बॉलिंग होनी चाहिए क्या निचले क्रम के बल्लेबाज को अतिरिक्त सुरक्षा मिलनी चाहिए।"
जानकारी
MCC कमेटी में शामिल थे ये लोग
MCC कमेटी में चेयरमैन माइक गैटिंग, असिस्टेंट सेक्रेटरी जॉन स्टीफनसन, सूजी बेट्स, एलिस्टेयर कुक, कुमार धर्मसेना, सौरव गांगुली, टिम मे, ब्रेंडन मैक्कलम, रिकी पोंटिंग, रमीज राजा, कुमार संगकारा, रिकी स्केरिट, विंस वान डर बिएल और शेन वॉर्न शामिल थे।
DRS और अम्पायर्स कॉल
DRS और अम्पायर्स कॉल पर भी हुई चर्चा
MCC के कमेटी में DRS और अंपायर्स कॉल के मुद्दे पर भी जमकर बहस हुई। पैनल के कई सदस्यों का मानना है कि अंपायर्स कॉल काफी भ्रमित करने वाला नियम हैं और यह जनता को समझ में भी नहीं आता है।
कमेटी ने महसूस किया कि LBW के फैसले को लेकर DRS में अम्पायर्स कॉल पर गौर नहीं करना चाहिए बल्कि तकनीक के आधार पर ही निर्णय लेना चाहिए।
घरेलू अम्पायर्स
घरेलू अम्पायर्स के पक्ष में दिखा पैनल
कोरोना के बीच द्विपक्षीय सीरीज में घरेलू अम्पायर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है और इस बात का पैनल ने समर्थन किया है।
MCC ने कहा, "कोरोना के बीच टेस्ट क्रिकेट में मेजबान देश के अंपायरों का उपयोग होता रहा है। ऐसे में प्रत्येक टीम को एक अतिरिक्त रिव्यु भी दिया गया है। अब तक अंपायरिंग अच्छे स्तर को देखने को मिली है। अगर कहीं गलती होती है तो DRS से उसे सुधारने का अवसर रहता है।"
अन्य मुद्दे
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
कोरोना के बीच गेंद पर लार लगाने को लेकर भी प्रतिबंध है। ऐसे में मीटिंग में यह कहा गया कि कोरोना के बाद दोबारा से लार की अनुमति देना संभव हो सकेगा।
दूसरी तरफ 2021 से 2023 के बीच होने वाली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के दूसरे संस्करण में में क्या बदलाव हो सकते हैं इस पर भी चर्चा की गई है।
इनके अलावा महिला क्रिकेट भी मीटिंग में बहस का विषय रहा।