#BirthdaySpecial: 25वां जन्मदिन मना रही पीवी सिंधू के अदभुत रिकॉर्ड्स पर एक नजर
स्टार भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू रविवार को 25 साल की हो गई हैं। भारत की सबसे कुशल बैडमिंटन खिलाड़ी मानी जाने वाली सिंधू ने 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के साथ ही खुद को देश की आंखों का तारा बना दिया था। आक्रामक शैली के लिए मशहूर सिंधू टोक्यो ओलंपिक में भी भारतीय दल की अगुवाई करेंगी। एक नजर उनके कुछ अदभुत रिकॉर्ड्स पर।
BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय
2019 में सिंधू BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं। उन्होंने जापान की नाओमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराते हुए इस उपलब्धि को हासिल किया था। लगभग 38 मिनट तक चले इस गेम में सिंधू ने ओकुहारा को लगभग एकतरफा मुकाबले में हराया था। 2017 और 2018 में उन्होंने लगातार सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे।
पांच वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल
BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप गोल्ड सिंधू का पांचवां वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल था। पूर्व ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियन चीन की झैंग निंग के साथ सिंधू संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल जीतने वाली सिंगल्स खिलाड़ी बनी थीं। उन्होंने 2017, 2018 में दो सिल्वर और 2013 और 2014 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। अब तक केवल छह टूर्नामेंट ही खेलने वाली सिंधू वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे तेज पांच मेडल हासिल करने वाली खिलाड़ी हैं।
सबसे लंबा वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल
वर्ल्ड चैंपियनशिप के 2017 संस्करण में सिंधू ने एक और रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने ओकुहारा के खिलाफ 110 मिनट तक फाइनल खेला, लेकिन उन्हें हार मिली। हालांकि, यह टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा फाइनल बन गया।
ओलंपिक सिल्वर जीतने वाली इकलौती भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी
सिंधू ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारत की इकलौती सिंगल्स बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक में यह उपलब्धि हासिल की थी। भले ही उन्हें स्पेन की कैरोलिना मरीन के खिलाफ हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन वहां तक पहुंचकर उन्होंने पूरे देश को एकजुट कर दिया था। सिंधू के अलावा केवल साइना नेहवाल ही बैडमिंटन में ओलंपिक ब्रॉन्ज जीतने वाली इकलौती भारतीय हैं। साइना ने 2012 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
गोल्ड जीतने पर होंगी सिंधू की निगाहें
कोरोना वायरस के कारण 2020 टोक्यो ओलंपिक को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया था। हालांकि, यह बात साफ नहीं है कि वर्तमान परिस्थितियों में इवेंट का आयोजन होगा अथवा नहीं। यदि इवेंट का आयोजन होता है तो सिंधू इसके लिए क्वालीफाई करना और इसमें बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहेंगी। रियो में सिल्वर जीतने के बाद उनकी निगाहें इस बार गोल्ड जीतने पर होंगी।