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बुमराह ने बताई बचपन के संघर्ष की बातें, कहा- जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे

बुमराह ने बताई बचपन के संघर्ष की बातें, कहा- जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे

लेखन Neeraj Pandey
Oct 10, 2019
05:55 pm

क्या है खबर?

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अपनी गेंदों पर दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज को नचा रहे हैं। IPL 2013 से लाइमलाइट में आने वाले बुमराह ने छह साल के अंदर खुद को नंबर वन वनडे गेंदबाज बना लिया है। हालांकि, उनका यह सफर आसान नहीं रहा है और उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। बुमराह ने हाल ही में मुंबई इंडियंस के साथ एक वीडियो में अपने बचपन के संघर्षों को ताजा किया।

बचपन

काफी कम उम्र में पिता को खोने के कारण खराब हो गई आर्थिक स्थिति

बुमराह की मां दलजीत का कहना है कि जब बुमराह पांच साल के थे तभी उनके पिता की मौत हो गई थी। बुमराह की मां को आर्थिक और शारीरिक, दोनों तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसके आगे बुमराह ने बताया, "पिता के जाने के बाद हमारी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी और हम कुछ भी खरीद पाने में सक्षम नहीं थे।"

मजबूरी

एक ही टी-शर्ट को धोकर पहनते थे

बुमराह ने अपने बचपन के दिनों की याद दिलाते हुए बताया कि कैसे वह एक ही टी-शर्ट और जूते में काम चलाते थे। भारतीय टीम के स्पीडस्टार ने कहा, "मेरे पास केवल एक ही टी-शर्ट और एक ही जोड़ी जूते थे। टी-शर्ट को मैं रोज धोता और रोज पहनता था।" बुमराह ने यह भी कहा कि उन्होंने खूब कहानियां सुनी थीं कि कोई देखने आएगा और वह सिलेक्ट हो जाएंगे। उनके साथ वास्तव में ऐसा हुआ भी था।

जूते

Nike के जूते खरीदने के पैसे नहीं थे

जसप्रीत की मां बचपन की एक घटना को याद करते हुए बताती हैं कि एक बार वे लोग Nike के शोरूम में गए थे। शोरूम में बुमराह को जूते पसंद आए, लेकिन उनकी मां के पास उस जूते को खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे। बुमराह शोरूम से बाहर तो चले आए, लेकिन उन्होंने कहा कि वह एक दिन ये जूते जरूर खरीदेंगे और आज उनके पास अनगिनत जूते हैं।

IPL

बुमराह को पहली बार IPL में देखकर रो पड़ी थीं उनकी मां

2013 में बुमराह को मुंबई इंडियंस ने चुना और IPL खेलने का मौका दिया। उनकी मां बताती हैं कि जब उन्होंने पहली बार अपने बेटे को टीवी पर IPL खेलते देखा तो वह अपने आंसू नहीं रोक पा रही थीं। दलजीत ने कहा, "बुमराह को खेलता देखकर मैं अपने आंसू नहीं रोक पा रही थी क्योंकि उसने मुझे आर्थिक और शारीरिक रूप से परेशान होते देखा था।"

वनडे करियर

डेब्यू से साढ़े तीन साल में ही बने नंबर वन

बुमराह ने लगातार IPL और घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के दम पर जनवरी 2016 में भारत के लिए वनडे में डेब्यू किया था। वनडे टीम में आने के बाद बुमराह टीम के स्थाई सदस्य और दुनिया के बेस्ट डेथ बॉलर्स में से एक बन गए। 58 वनडे में 103 विकेट झटकने वाले बुमराह ने लगातार शानदार गेंदबाजी करते हुए खुद को वनडे में दुनिया का नंबर वन गेंदबाज बनाया है।

जानकारी

पीठ की चोट के चलते बाहर हैं बुमराह

वेस्टइंडीज दौरे पर शानदार प्रदर्शन करने के बाद टेस्ट में नंबर-3 रैंकिंग पर पहुंचने वाले बुमराह पीठ की चोट (स्ट्रेस फ्रैक्चर) से जूझ रहे हैं। बुमराह लगभग 2-3 महीनों तक मैदान से दूर रह सकते हैं।