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जब क्रिकेट में हुई ये घटनाएं तो बदलने पड़ गए नियम

जब क्रिकेट में हुई ये घटनाएं तो बदलने पड़ गए नियम

लेखन Neeraj Pandey
Jun 24, 2020
09:49 am

क्या है खबर?

क्रिकेट काफी पुराना और लोकप्रिय खेल है। आज के समय में क्रिकेट में नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं ताकि इसे और लोकप्रिय बनाया जा सके। इस खेल में शुरु से ही कई नियम रहे हैं और कुछ नियम समय-समय पर बदले जाते हैं और कुछ नए नियम भी आते रहते हैं। हालांकि, कुछ ऐसे नियम भी हैं जिन्हें कुछ स्पेशल घटनाओं के होने के बाद बदला गया है। आइए उनके बारे में जानें।

#1

इस तरह शुरु हुई थी फील्डिंग पर पाबंदी

28 नवंबर, 1979 को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए सिडनी वनडे के बाद फील्डिंग की पाबंदी को लाया गया था। आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर तीन रनों की जरूरत होने पर इंग्लैंड ने विकेटकीपर समेत अपने सभी 10 खिलाड़ियों को बाउंड्री पर लगा दिया और मैच जीत लिया। 1980/81 में ऑस्ट्रेलियन समर में पहली बार फील्डिंग पर पाबंदी लगाई गई और अब तक कई बार इसमें बदलाव किए जा चुके हैं।

#2

लेग साइड में विकेट के पीछे केवल दो फील्डर का नियम

1932/33 एशेज में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शरीर पर टार्गेट करके गेंदबाजी की थी। MCC ने इस गेंदबाजी रणनीति को गलत बताया और अपायर्स को इस तरह की गेंदबाजी रोकने की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद नियमों के हिसाब से लेग साइड में विकेट के पीछे केवल दो फील्डर्स लगाने की अनुमति मिली और इससे शरीर पर गेंदबाजी करना लगभग असंभव हो गया।

#3

अंडरआर्म गेंद को इस तरह माना जाने लगा नो-बॉल

01 फरवरी, 1981 को न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को आखिरी गेंद पर सात रन बचाने थे। तेज गेंदबाज ट्रेवर चैपल आखिरी ओवर फेंक रहे थे और उनके भाई ग्रेग चैपल ने उनसे आखिरी गेंद को अंडरआर्म फेंकने को कहा था। उस समय अंडरआर्म गेंद फेंकने की अनुमति थी, लेकिन इस घटना के बाद अंडरआर्म गेंद को इंटरनेशनल क्रिकेट में बैन कर दिया गया। MCC के 21.1.2 नियम के मुताबिक अंडरआर्म गेंद को नो-बॉल माना जाएगा।

#4

डकवर्थ-लुईस नियम का इस्तेमाल

1992 क्रिकेट विश्वकप के सेमीफाइनल में डकवर्थ-लुईस नियम लगाना पड़ा था। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे सेमीफाइनल में बारिश का खलल पड़ा तब अफ्रीका को 13 गेंदों में 23 रन चाहिए थे। बारिश खत्म होने के बाद उन्हें एक गेंद पर 21 रनों का टार्गेट मिला। तमाम लोग ICC के इस नियम से खुश नहीं थे, लेकिन थोड़े बदलाव के साथ यह नियम आज भी प्रयोग में लाया जाता है।

#5

सुपर ओवर टाई होने के बाद बाउंड्री काउंट का नियम

2019 क्रिकेट विश्वकप फाइनल में मुकाबला टाई रहने और फिर सुपर ओवर भी टाई रहने के बाद बाउंड्री काउंट पर इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया था। लोगों ने ICC के इस नियम की खूब आलोचना की थी और फिर अक्टूबर 2019 में इस नियम को बदला गया था। अब सेमीफाइनल और फाइनल में तब तक सुपर ओवर चलेगा जब तक कि निर्णय नहीं निकले और सामान्य मैचों को टाई घोषित किया जाएगा।