इन भारतीय खिलाड़ियों ने एक ही वनडे में बल्ले और गेंद दोनों से की है ओपनिंग

क्रिकेट के हर फॉर्मेट में ओपनर्स का रोल काफी अहम होता है। ओपनर चाहे बल्लेबाजी का हो या फिर गेंदबाजी का, वह टीम के लिए अहम होता है। हर टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में एक सेट ओपनर जोड़ी रखने की कोशिश करती है। हालांकि, कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिनके पास दोनों ही विभागों में ओपनिंग करने की क्षमता होती है। एक नजर डालते हैं ऐसे ही भारतीयो खिलाड़ियों पर जिन्होंने वनडे में दोनों विभाग में ओपनिंग की है।
Benson & Hedges वर्ल्ड सीरीज़ कप 1980 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैचों में रोजर बिन्नी को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ओपनिंग करने का मौका मिला था। ऑलराउंडर बिन्नी इन दो मैचों में बल्ले से 31 और 21 का स्कोर बना सके तो वहीं गेंदबाजी में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। बिन्नी ने भारत के लिए 72 वनडे में 77 और 27 टेस्ट में 47 विकेट लिए हैं।
1984 में अपना वनडे डेब्यू करने वाले मनोज प्रभाकर ने मार्च 1987 में पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ओपनिंग की। इसके बाद प्रभाकर को लगातार इसका मौका मिलने लगा और वह वनडे में सबसे ज़्यादा 45 बार दोनों विभागों में ओपनिंग करने वाले खिलाड़ी हैं। प्रभाकर ने भारत के लिए 130 वनडे में 1,858 रन बनाने के साथ ही 157 विकेट भी लिए हैं।
भारत और विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक कपिल देव ने भी एक बार वनडे में दोनों विभागों में ओपनिंग की है। 225 वनडे में भारत के लिए 3,783 रन बनाने और 253 विकेट लेने वाले कपिल ने 1992 में जिम्बाब्वे के खिलाफ बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ओपनिंग की थी। उन्होंने 131 टेस्ट में 5,248 रन बनाए हैं और 434 विकेट अपने नाम किए हैं।
इरफान पठान 2005 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बल्लेबाजी में ओपनिंग करने उतरे थे। हालांकि, वह बुरी तरह फेल रहे और दो गेंदों में शून्य के स्कोर पर आउट हो गए। गेंदबाजी में भी उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था। पठान ने भारत के लिए 29 टेस्ट में 1,105 और 120 वनडे में 1,544 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट में 100, वनडे में 173 और टी-20 में 28 विकेट लिए हैं।
विस्फोटक ओपनर वीरेन्द्र सहवाग ने बल्ले से लंबे समय तक ओपनिंग की है, लेकिन वह गेंद से भी एक बार ओपनिंग कर चुके हैं। 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सहवाग को गेंद से ओपनिंग की जिम्मेदारी मिली। गेंदबाजी में वह कोई विकेट नहीं हासिल कर सके और फिर बल्ले से भी वह कोई रन नहीं बना सके। सहवाग ने भारत के लिए ओपनर बल्लेबाज के तौर पर कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं।